राहुल और प्रियंका गांधी उतरे मैदान में, सहारनपुर से अभियान की शुरुआत




नई दिल्ली. किसानों के आंदोलन को राजनीतिक ताकत देने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने किसानों के साथ सीधी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये उनकी मुहिम में भाग लेने का फैसला किया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार इसी फैसले के तहत आज उत्तरप्रदेश के सहारनपुर में आयोजित किसानों की महापंचायत में प्रियंका गाँधी शामिल होंगी। उल्लेखनीय है कि यह पहला अवसर है जब कांग्रेस का कोई नेता किसानों की महापंचायत का हिस्सा होगा।

11 और 12 फरवरी को राजस्थान जाने का फैसला किया

प्रियंका गाँधी ही नहीं राहुल गाँधी ने भी राजस्थान में किसानों को समर्थन देने के लिये 11 और 12 फरवरी को राजस्थान जाने का फ़ैसला किया है जहाँ पहले से ही सचिन पायलट किसानों को गाँव-गाँव जाकर लामबंद करने में जुटे हैं। उत्तरप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू पहले ही गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात कर कांगे्रस के किसान आंदोलन को खुला समर्थन देने की बात कह चुके है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि पार्टी की रणनीति के अनुसार दीपेंद्र हुड्डा और रणदीप सुरजेवाला को हरियाणा में किसानों से सीधा संवाद कायम करने को कहा गया है ,जबकि सुनील कुमार जाखड़ को पंजाब में ऐसी ही जिम्मेदारी सौंपी गयी है।

राहुल गांधी से शिष्टाचार मुलाकात की नाना पटोले ने

महाराष्ट्र में हाल ही में नियुक्त किये गये पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले जिन्होंने आज ही राहुल गाँधी से शिष्टाचार मुलाकात की, को साफ निर्देश दिये गये हैं कि प्रदेश में संगठन को मजबूत करने के साथ प्राथमिकता के आधार पर किसान आंदोलन को मजबूती देने का काम करें। उत्तरप्रदेश कांग्रेस के मीडिया संयोजक ललन कुमार ने मंगलवार को भाषा को बताया कि प्रियंका 10 फरवरी को पार्टी के 'जय जवान जय किसानÓ अभियान के तहत सहारनपुर जिले की नकुड़ तहसील के चिलकाना में आयोजित होने वाली किसान पंचायत में शामिल होंगी। गौरतलब है कि महासचिव प्रियंका गांधी पिछले दिनों रामपुर के बिलासपुर के किसान नवरीत सिंह के अंतिम अरदास में शामिल हुई थीं जिसकी मौत 26 जनवरी को दिल्ली में किसानों के प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर ट्रैक्टर पलटने से हो गई थी।

कांग्रेस ने प्रदेश के गांव-गांव में किसान आंदोलन की रूपरेखा तय कर ली

कुमार ने बताया कि कांग्रेस ने प्रदेश के गांव-गांव में किसान आंदोलन की रूपरेखा तय कर ली है, पार्टी हर जिले की तहसीलों के बड़े गांवों से जय जवान-जय किसान अभियान शुरू कर रही है। कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि इस अभियान के तहत पार्टी ने उन जिलों को प्राथमिकता देने का फैसला किया है जहां पर किसान सियासत का आधार रहे हैं और इस वक्त जहां किसान आंदोलन का खासा प्रभाव है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस का यह अभियान सहारनपुर, शामली, मुजफ़रनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, बदायूं, बरेली, रामपुर, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई समेत 27 जिलों में शुरू हो रहा है।