केंद्रीय मंत्री गडकरी ने की प्रदेश के हस्तशिल्प की सराहना

भोपाल. कोरोना के मामलों में कमी तथा टीकाकरण शुरू होते ही प्रदेश का हस्तशिल्प अन्य राज्यों में भी कारीगरों के हुनर का परचम फहराने लगा लगा है। हस्त शिल्प विकास निगम जमीन से जुड़े इन शिल्पियों, कारीगरों और बुनकरों की कला को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान तथा बाजार मुहैया कराने के लिए सक्रिय हो गया है। रविवार को नागपुर में मृगनयनी का नया शोरूम शुरू हुआ। इसका शुभारंभ केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने एक भव्य और गरिमामय समारोह में किया। इस मौके पर हस्तशिल्प विकास निगम के प्रबंध संचालक राजीव शर्मा सहित अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

   इस अवसर पर श्री गड़करी ने कहा कि मध्यप्रदेश ने हस्त शिल्प और हथकरघा के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य कर पारम्परिक कलाओं का रक्षण किया है। भारत सरकार के निफ्ट और डिजाइन संस्थान के युवाओं को भी इसमें नूतन तत्व जोडऩा चाहिये। नागपुर मृगनयनी शोरूम का उद्घाटन करते हुए श्री गड़करी ने आव्हान किया कि स्वदेशी खासकर हाथ से बने उत्पाद हमारी सांस्कृतिक विरासत की धरोहर है, इसे सहेजा जाना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने बैतूल के भरेवा समुदाय के बेल मेटल उत्पादों, चन्देरी-महेश्वरी साडिय़ों, सौंसर सिल्क, बाग, भैरूगढ़, तारापुर प्रिंट्स की भी सराहना की।

   केंद्रीय मंत्री ने इस अवसर पर मप्र में हस्त शिल्प और हथकरघा के उत्थान के प्रयासों की विशेष सराहना की। इस अवसर पर मप्र हस्त शिल्प निगम के प्रबन्ध संचालक राजीव शर्मा ने उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किए। समारोह में सौंसर, लोधीखेडा, बारासिवनी, चन्देरी, महेश्वर के बुनकरों के अलावा हस्त शिल्प निगम के अधिकारी उपस्थित थे। निगम के महाप्रबंधक महेश गुलाटी ने मंत्री जी को योगाचार्य राजीव जैन त्रिलोक की योग संबंधी मराठी पुस्तक भेंट की। विदित है कि प्रदेश के बाहर अन्य राज्यों में हस्तशिल्प विकास निगम का यह 15वां शोरूम है। हस्तशिल्प विकास निगम के प्रदेश के बाहर दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद, अहमदाबाद, केवडिय़ा और रायपुर सहित 14 शो रूम हैं। नागपुर में नया शोरूम खुलने के बाद प्रदेश के बाहर इनकी संख्या 15 हो गई है।