कोई साबित कर दे कि शराब की दुकान मेरी है तो बंद कर दूंगा : मिश्रा
भोपाल. मप्र कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल एवं घरेलू गैस सिलेण्डर के दामों में लगातार हो रही मूल्य वृद्धि के खिलाफ लोगों से स्वेच्छानुसार आधे दिन का प्रदेशव्यापी बंद रखने का आह्वान किया है। मप्र में पॉवर पेट्रोल के दाम 100 रुपए प्रति लीटर से अधिक हो गए हैं। कांग्रेस का कहना है कि पेट्रोल-डीजल व रसोई गैस के दामों में हो रही बेतहाशा वृद्धि के विरोध स्वरूप जनता को राहत प्रदान करने की मांग व भाजपा सरकार को कुंभकर्णी नींद से जगाने को लेकर मप्र में कांग्रेस जनता से स्वेच्छा से आज आधे दिन के प्रदेश बंद का आव्हान करती है। बंद को लेकर बुलाई गई बैठक में कांग्रेस के दो गुट भिड़ गए।
केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लगातार हो रही पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि तथा बढ़ती हुई महंगाई के विरोध में प्रदेश कांग्रेस के आव्हान पर आज दोपहर 2 बजे तक बंद का आव्हान किया है। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर ने बताया कि बंद के एक दिन पहले ही नागरिकों, दुकानदारों, व्यापारियों विभिन्न संगठनों, संस्थानों, वाहन मालकों के पास जाकर कांग्रेस नेता विनम्रता पूर्वक बंद को सफल बनाने की अपील कर चुके हैं। बंद पूरी तरह शांतिपूर्वक रहेगा। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस के दाम आसमान छू रहे हैं, जिससे सब्जी, फल, किराना सामान, इलेक्ट्रॉनिक सामान तथा अन्य उपयोगी वस्तुएं के दामों में भारी बढ़ोतरी हो रही है और महंगाई चरम पर पहुंचती जा रही है, इसलिए प्रदेश के नागरिकों से अपील है कि इस बंद को सफल बनाने में कांग्रेस का सहयोग करें। इस बंद से दूध, अखबार, दवा दुकानें और अस्पतालों को मुक्त रखा गया है।
जिलाध्यक्ष ने पूछा- दुकान का लाइसेंस मेरे नाम है क्या
प्रदेशब्यापी बंद के दौरान भोपाल में बंद की तैयारी को लेकर बुलाई गई बैठक में जिलाध्यक्ष कैलाश मिश्रा और पूर्व महापौर विभा पटेल के समर्थक आपस में भिड़ गए। इस मामले में कैलाश मिश्रा का कहना है कि मेरे व मेरे परिवार के किसी सदस्य के नाम भोपाल में कोई लाइसेंस नहीं है। पांच साल पहले लाइसेंस मिला था, इसका गाना कब तक गाया जाएगा। हमने तो कल होने वाले बंद को लेकर शहर में अलग-अलग टीमें बनाई है और लोगों से हाथ जोड़कर निवेदन किया है कि वह अपनी दुकान प्रतिष्ठान बंद रखें। कांग्रेस आम आदमी की लड़ाई लड़ रही है और लोगों को बंद को सफल बनाने के लिए कांग्रेस का साथ देना चाहिए। कल पोसीसी दपतर में बंद के खिलाफ प्रदर्शन की रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस नेता और उनके समर्शक एकत्रित हुए थे, लेकिन आपस में ही मारपीट करने लगे। दपतर में हंगामा हो गया। नेताओं के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। दो गुटों के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए और नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। वह विवाद कार्यकर्ताओं में क्षेत्र बांटने को लेकर शुरू हुआ। कार्यकर्ता इस बात को लेकर नाराज थे कि उनके क्षेत्र में दूसरे कार्यकर्ताओं को एंट्री दी जा रही थी। इसी का विरोध इस बैठक में किया गया। विरोध इतना बढ़ा की चांटे जड़ दिए। कांग्रेस जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा के बेटे अनिल मिश्रा पर मारपीट करने का आरोप लगा है। जिन कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट हुई, वे दोनों कार्यकर्ता पूर्व महापौर विभा पटेल के समर्थक बताए जा रहे हैं। आरोप है कि अनिल मिश्रा ने क्षेत्र बंटवारे को लेकर दोनों कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की। इसी बात को लेकर पीसीसी में हंगामा हो गया। हालांकि इस मामले में कांग्रेस के नेता कुछ कहने से बचते रहे।