कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया का विवादित बयान

राम मंदिर के चंदे की दारू पी जाते हैं भाजपाई

भोपाल. राम मंदिर के चंदे से भाजपा नेता दारू पी जाते हैं। कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया का कहना है कि भाजपा नेता और कार्यकर्ता राम मंदिर के लिए जमा चंदे से शराब पी जाते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और झाबुआ के वर्तमान विधायक कांतिलाल भूरिया ने राम मंदिर के चंदे को लेकर विवादित बयान दिया है। कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हए कहा है कि भाजपा नेता राम मंदिर का चंदा लेकर शाम को उस पैसे से शराब पी जाते हैं। बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर भाजपा की तरफ से भी चंदा अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान पर कांग्रेस नेता ने यह बात कही है। कांतिलाल भूरिया ने यह बात मध्य प्रदेश के पेटलावद शहर में एक प्रदर्शन के दौरान कही। भूरिया के इस विवादित बयान से राजनीति फिर गरमा गई है। भूरिया का कहना है कि विश्व हिन्दू परिषद राम मंदिर के नाम पर सालों से चंदा वसूलती आ रही है। विश्व हिन्दू परिषद को पुराने चंदे का हिसाब देना चाहिए। उनका कहना है कि मंदिर बनना चाहिए. लेकिन पुराने चंदे का हिसाब भी देना चाहिए। मंदिर निर्माण के लिए करोड़ों रुपए जमा हो चुके हैं, लेकिन वर्तमान में भाजपा नेता चंदा जमा करते हैं और शाम को उस चंदे की राशि से दारू पी जाते हैं। कांतिलाल भूरिया दो बार केंद्रीय मंत्री, 5 बार सांसद और वर्तमान में झाबुआ से कांग्रेस विधायक हैं और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के करीबी भी हैं। राम मंदिर के निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद के साथ-साथ भाजपा द्वारा एक राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत लोगों से स्वैच्छिक तौर पर चंदा  इक्ट्ठा करने का काम किया जा रहा है। मध्य प्रदेश की बात करें तो यहां कांग्रेस भी चंदा जुटाने में पीछे नहीं है। दिग्विजय सिंह के खास कहे जाने वाले विधायक पीसी शर्मा ने मध्य प्रदेश में राम मंदिर के लिए चंदा जुटाना शुरू किया था। उन्होंने कहा था कि राम मंदिर का निर्माण शुरू होना राजीव गांधी का सपना पूरा होने जैसा है। बता दें कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने भी राम मंदिर के निर्माण का स्वागत किया था। कमल नाथ के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी अयोध्या में मंदिर बनवाना चाहते थे, इसके बाद ही राज्य कांग्रेस के पदाधिकारी मंदिर के लिए चंदा  इक्ट्ठा करने में जुट गए हैं।