भूरिया के बयान पर गर्माई सियासत, सारंग बोले- कांग्रेस काट रही है फर्जी रसीद
जनता की नब्ज समझने में लगातार पिछड़ रही कांग्रेस को अब वरिष्ठ नेता कांतिलाल भूरिया ने परेशानी में डाल दिया है। भूरिया ने राम मंदिर निर्माण के लिए एकत्रित किए जा रहे चंदे पर विवादित बयान देकर भाजपा सहित संत-महात्माओं और हिंदू संगठनों को नाराजगी जताने का मौका दे दिया है। प्रदेश सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर ही राम मंदिर निर्माण के नाम पर फर्जी रसीद के माध्यम से वसूली करने का आरोप लगाया है। वहीं अरवाड़ा परिषद के प्रमुख महंत नरेंद्र गिरी ने भी भूरिया के बयान पर नाराजगी जताते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग राहुल गांधी से की है। राम मंदिर के मुद्दे का सीधा लाभ भाजपा के खाते में जाने से रोकने में जुटी कांग्रेस के नेता अब अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारने लगे हैं। कुछ ऐसा ही कदम वरिष्ठ आदिवासी नेता व विधायक भूरिया ने उठाते हुए पूरी पार्टी के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। इस बयान को लेकर जहां भाजपा और हिंदू संगठनों ने भूरिया के रिवलाफ मोर्चा खोल दिया है, वहीं शिकायतों का दौर दिल्ली तक पहुंचने लगा है।
भोपाल. हाल ही में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया ने कहा कि बीजेपी नेता राम मंदिर के नाम पर चंदा उगाही करते हैं और शाम को उसी पैसे से नदी के पास जाकर शराब पीते हैं। इस बयान के बाद बीजेपी बौखलाई हुई है। विधानसभा प्रोटेम स्पीकर ने कहा कि उन्हें जिन्ना के रास्ते पर चलने वाले दिग्विजय सिंह से सलाह लेनी चाहिए। हालांकि, विधायक कांतिलाल भूरिया ने अपने विवादित बयान पर सफाई भी दे दी है।
धन संग्रह पर तीखी बयानबाजी जारी
राम मंदिर निर्माण के लिए बीजेपी ने समर्पण निधि अभियान चलाया है। अभियान की शुरुआत सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक लाख रुपए के चैक से की थी। इसके बाद से ही बीजेपी नेता और कार्यकर्ता घर-घर जाकर मंदिर निर्माण के लिए सहयोग निधि जुटा रहे हैं। कांग्रेस को आपत्ति भी इसी को लेकर है। कांग्रेस सवाल कर रही है कि जब राम मंदिर ट्रस्ट ने बैंक अकाउंट जारी कर दिए हैं, तो फिर बीजेपी घर-घर जाकर राशि क्यों ले रही है। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सवाल किया है कि आखिर बीजेपी के नेता गली-गली क्यों भटक रहे हैं। लोगों से सीधे मंदिर ट्रस्ट के बैंक अकाउंट में पैसे जमा करने की अपील क्यों नही करते। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले सालों में जब रामशिला लेकर बीजेपी कार्यकर्ता गली-मोहल्लों और गांवों में निकले थे, तब एक अनुमान के तौर 14सौ करोड़ रुपए मिले थे। बीजेपी को हिसाब देना चाहिए कि वह राशि कहां है। वहीं कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया ने कहा है कि बीजेपी के कार्यकर्ता मंदिर के नाम पर दिन में चंदा इकट्ठा करते हैं और शाम को उसी पैसे से नदी किनारे बैठकर शराब पीते हैं।
बीजेपी के तीखे तेवर
कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया के बयान पर प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि धन संग्रह में बीजेपी की कोई भूमिका नहीं है। बीजेपी कार्यकर्ता स्वेच्छा से समर्पण कर रहे हैं। धन संग्रह का विरोध करने वालों की राजनीतिक दौड़ में बुद्धि भ्रष्ट हो गई है। भूरिया को जिन्ना की राह पर चलने वाले दिग्विजय सिंह से सलाह लेनी चाहिए, जिन्होंने मजबूरी में राम मंदिर के लिए राशि दान की है।
गृह मंत्री ने साधा निशाना
वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए का है कि भूरिया का बयान आतुरी प्रवृत्ति वाला है, क्योंकि उनके गुरु दिग्विजय सिंह हैं। जैसे द्वापरयुग में आसुरी शक्तियां व्यवधान डालती थीं, आज भी कुछ वैसा ही है।
बयान से पलटे भूरिया
अपने विवादित बयान पर कांतिलाल भूरिया ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि हम भी राम के भक्त हैं। राम मंदिर बनना चाहिए, लेकिन बीजेपी के लोग राशि का दुरुपयोग कर रहे हैं। मैंने जो बयान कहा है उसका मतलब यह है कि राशि का सदुपयोग नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं कह रहा। यह जनता बोल रही है कि राशि का सदुपयोग नहीं होता है। भूरिया ने कहा कि अब भी हजारों टालियां बना दी गई हैं,जो गांव-गांव शहर-शहर में घूम कर रुपए एकत्रित कर रही हैं। लेकिन हम यह जानना चाहते हैं कि पिछले समय का हजारों करोड़ों रुपए जो एकत्रित हुए थे, वे कहां पर हैं। हमें उसका हिसाब चाहिए।
महंत नरेंद्र गिरी ने जताई नाराजगी, बोले- बड़बोले विधायक पर कार्रवाई करें राहुल गांधी
प्रयागराज. मध्य प्रदेश के झाबुआ से कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया के राम मंदिर निर्माण के चंदे को लेकर दिए गए विवादित बयान पर साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कड़ी नाराजगी जताई है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कांग्रेस विधायक के बयान को शर्मनाक करार दिया है। महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भारत ही नहीं, बल्कि पूरा विश्व अपना सहयोग कर रहा है। उन्होंने कहा है कि आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता साधु-संतों के आशीर्वाद और सहयोग से मंदिर निर्माण के लिए सभी सनातन धर्मियों से सहयोग ले रहे हैं। लेकिन कांग्रेस विधायक का यह बयान निंदनीय है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से ऐसे बड़बोले विधायक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। माघ मेले में आए संत शिव योगी मौनी महाराज ने कांग्रेस विधायक के बयान को गलत बताया है।
उन्होंने कहा है कि कांग्रेस भगवान राम को ही काल्पनिक मानती है। इसलिए उनके विधायक का यह बयान अप्रत्याशित नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा है कि भगवान राम को लेकर दिए गए इस अमर्यादित बयान के लिए कांग्रेस नेतृत्व को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। इसके साथ ही मौनी महाराज ने यह भी कहा है कि कांग्रेस को इस बारे में विचार करना चाहिए कि अयोध्या राम मंदिर का ताला भी प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने खुलवाया था और उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए पूजन भी किया था।
बता दें कि झाबुआ के विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने राम मंदिर के चंदे को लेकर विवादित बयान दिया था। विधायक भूरिया का कहना था कि भाजपाई राम मंदिर का चंदा लेकर शाम को दारू पी जाते हैं। झाबुआ के पेटलावद मे कांग्रेस के एक विरोध प्रदर्शन के बाद भूरिया ने ये बयान दिया है। बता दें कि कांग्रेस वरिष्ठ नेता कांतिलाल भूरिया दो बार के केंद्रीय मंत्री, 5 बार के सासंद और वर्तमान में झाबुआ से कांग्रेस विधायक हैं। भूरिया के इस बायान के बाद प्रदेश में राजनीतिक बयानबाजियां शुरू हो गई हैं।