3 राज्यों से फल-सब्जी, दूध की सप्लाई रोकी जाएगी

भिवानी। दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन का 75वां दिन है। रविवार को हरियाणा के कितलाना टोल पर खाप महापंचायत हुई थी। इसमें किसान नेता दर्शनपाल ने कहा कि सरकार को झुकाने के लिए असहयोग आंदोलन छेडऩा होगा। यह भी फैसला किया कि हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश से दिल्ली जाने वाली फल-सब्जी, दूध समेत जरूरत के हर सामान पर रोक लगानी होगी। हरियाणा में अडानी और अंबानी के कारोबार को प्रभावित करने के लिए इनके सामान का बहिष्कार करना होगा। 205 मृतक किसानों के परिवारों को एक-एक लाख रुपए की सहायता राशि देने का भी ऐलान किया गया। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यह भूमि क्रांतिकारियों की रही है। आज भी यहां को खापों को अपनी अहमियत है। पहले जब कभी खापों की बैठक होती थी तो सरकार हिल जाती थी। राजा हर्षवर्धन के समय से खाप और पंचायतें सक्रिय हैं। तीनों कृषि कानूनों को लेकर आए इन काले अंग्रेजों को सबक सिखाने के लिए इसी धरती पर खापें एकजुट हुई हैं। किसानों को इस जीत को अब कोई नहीं रोक सकता वहीं, किसान नेता 80 वर्षीय बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि 51 साल पहले किसान संगठनों के जत्थों को एकजुट करने का सपना देखा था। उस समय तो यह हुआ नहीं, लेकिन अब मोदी सरकार के काले कानूनों के खिलाफ आज देशभर के 500 किसान संगठन एक जत्थेबंदी में काम कर रहे हैं। विधायक बलराज कुंडू ने कहा कि अहिंसात्मक आंदोलन से सरकार मानने वाली नहीं है।

किसानों को अपनी फसल की कीमत तय करने का मिला अधिकार : वीडी शर्मा

मण्डला। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा मंडला दौरे पर थे। जिला भाजपा द्धारा आयोजित बूथ समिति अध्यक्ष समेलन में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए वीडी शर्मा ने कहा कि बूथ में रहने वाले जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ नेता, विधायक, मंत्री को पेज प्रभारी के रूप में जिमेदारी सौंपी जायेगी। वहीं उन्होंने कृषि कानून को लेकर कहा कि किसानों को अपनी फसल की कीमत तय करने का अधिकार मिला है। वीडी शर्मा ने समिति के अध्यक्ष से सीधे संवाद करते हुए कहा कि प्रत्येक कार्यकर्ता को टीम भावना के साथ जिले के संगठन को मजबूत संगठन बनाने में अपना योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में काम करते समय उनका विशेष कार्यक्षेत्र मण्डला रहा है।