भोपाल. गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री सदानन्द गौडा से मुलाकात कर यूका परिसर में भोपाल गैस मेमोरियल स्थापित करने के संबंध में याद दिलाते हुए बताया कि अभी तक इस संबंध में केन्द्र द्वारा कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किये गये हैं। इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तीन दिसम्बर 2020 को केन्द्रीय मंत्री को 1420 पत्र लिखा था। सारंग ने अनुरोध किया कि उक्त प्रस्ताव पर शीघ्र दिल्ली सहमति देने का कष्ट करें ताकि भोपाल गैस त्रासदी स्मारक का निर्माण कार्य शुरू किया जा सके। मंत्री सारंग ने केन्द्रीय मंत्री सदानन्द गौड़ा से मुलाकात कर भोपाल गैस त्रासदी से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा की। सारंग ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार गैस पीडि़त एवं उनके महारल बच्चों को जीवनपर्यन्त नि:शुल्क इलाज दिये जाने की बात कही है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार राज्य सरकार द्वारा चिकित्सालयों और औषधालयों में गैस पीडि़तों का प्राइमरी एवं सेकेण्डरी स्तर पर नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है। सारंग ने अनुरोध किया कि ऐसे गैस पीडि़त जो कैंसर गुर्दा रोग लीवर तथा अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं उनके उपचार के सहयोग के लिए केन्द्रीय रसायन एवं पेट्रोलियम विभाग के बजट मद से गैस पीडितों के लिए पृथक से बजट उपलब्ध कराया जाय। इसके साथ ही सारंग ने गैस त्रासदी से निगम पीडि़त विधवाओं की पेंशन जो जुलाई 2020 के बाद बन्द हो चुकी है। उसे पुन: शुरू कर गैस पीडि़त विधवाओं को जीवनपर्यन्त प्रदान किये जाने की मांग की। उन्होंने बताया कि लगभग 4721 विधवाओं को एक हजार प्रतिमाह पेंशन के हिसाब से पांच करोड़ रुपये प्रतिवर्ष इसका की आवश्यकता होगी। उन्होंने उक्त राशि को केन्द्र द्वारा वहन करने में का आग्रह किया। केन्द्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने सारंग द्वारा उठाये गये विषयों पर शीघ्र निर्णय लेने का आश्वासन दिया।
गंभीर गैस पीडि़तों के इलाज के लिए केंद्र सरकार जारी करे बजट