वंशवाद पर सियासत : बीजेपी-कांग्रेस ने साधा एक दूसरे पर निशाना



भोपाल.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीति में वंशवाद को लेकर दिए बयान के बाद सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। बीजेपी कांग्रेस में नेहरू गांधी परिवार को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं, तो कांग्रेस के नेता बीजेपी में गहराई वंशवाद की जड़ों को खोद रहे हैं। बीजेपी के निशाने पर नेहरू गांधी परिवार है, तो कांग्रेस के निशाने पर मध्य प्रदेश के शिवराज मंत्रिमंडल में शामिल मंत्री और मौजूदा मंत्रियों के बेटे हैं। कुल मिलाकर वंशवाद पर सियासत चल रही है और दोनों दल अपने आप को पाक साफ बता रहे हैं, जबकि वंशवाद की वंशवेल से कोई अछूता नहीं है।

प्रधानमंत्री के बयान पर दिग्विजय सिंह का पलटवार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने एक वीडियो शेयर कर प्रधानमंत्री से कहा था कि मोदी जी भाजपा को वंश बेलिया dynasty politics के उदाहरण देख लेें।

पीएम मोदी के बयान के बाद सियासत

प्र्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विवेकानंद जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय युवा सांसद को संबोधित करते हुए राजनीतिक वंशवाद को लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन बताया था और इसे जड़ से उखाड़ फेंकने की अपील युवाओं से की थी। उन्होंने कहा था कि सरनेम के सहारे चुनाव जीतने वालों के दिन लगने लगे हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि वंशवाद की राजनीति से आगे बढऩे वालों को लगता है कि उनकी पहली पीढिय़ों के भ्रष्टाचार का हिसाब नहीं हुआ, तो उनका भी कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।

मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया क्या होता है वंशवाद

दिग्विजय सिंह के बयान के बाद गृह मंत्री नरोाम मिश्रा ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि वंश होता है कि नेहरू हटे तो इंदिरा गांधी आएंगी, वह अध्यक्ष पद से हटेगी, तो राजीव गांधी अध्यक्ष बन जाएंगे। राजीव गांधी हटेंगे, तो सोनिया गांधी अध्यक्ष बन जाएंगी। सोनिया गांधी हटेगी, तो राहुल गांधी अध्यक्ष बन जाएंगे और राहुल गांधी हटेंगे, तो फिर सोनिया गांधी अध्यक्ष बन जाएंगे। राजा का बेटा राजा बनेगा, यह वंश बेल कहलाती है, ना कि वह वंश बेल कहलाती है कि जो प्रोसेस करके ऊपर आया हो। एक कार्यकर्ता की भांति आएगा, मंडल अध्यक्ष बनेगा, एमएलए एमपी बनेगा। यह वंशबेल नहीं कहलाती है। उत्तराधिकारी होना वंशबेल कहलाता है। हमारी पार्टी में बताइए कि आप अटल बिहारी बाजपेई के बाद कौन, आडवाणी के बाद कौन, प्रधानमंत्री मोदी के बाद कौन कोई

बता सकता है। कुशाभाऊ ठाकरे के बाद कौन, नहीं बता सकते। मैं माननीय दिग्विजय सिंह का ज्ञान वर्धन नहीं कर रहा हूं। सिर्फ एक परिवार की खुशामद करने के लिए ट्वीट कर देना रीट्वीट करना अच्छा नहीं होता है, शब्दों को ऐसे प्रस्तुत मत करो कि लोग समझ ना पाए। 

कांग्रेस ने गिनाई मध्य प्रदेश में भाजपा की वंशबेल

नरोत्तमम मिश्रा के बयान पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता कहा कहना है कि अगर भाजपा के लोग प्रधानमंत्री के बयान को लेकर सजग और ईमानदार हैं और जरा भी उनके अंदर लोक लाज बची है, तो सबसे पहले वंशवाद का विरोध करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार में वंश के आधार पर बने मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, विश्वास सारंग और यशोधरा राजे सिंधिया का त्यागपत्र करा कर स्वीकार करें। तीसरी चीज भाजपा के अति श्रेष्ठ राष्ट्रवादी नेता इस बात की शपथ पत्र पर घोषणा करें की सुकर्ण मिश्रा, प्रबल सिंह तोमर,दीपक जोशी, सुरेंद्र पटवा, अभिषेक भार्गव को भविष्य में कभी भी पार्टी के अंदर कोई पद नहीं दिया जाएगा। इससे वंशवाद के प्रति आपकी ईमानदारी और निष्ठा का पता चलेगा। भाजपा को यह करके दिखाना चाहिए।