कांग्रेस ने कुछ जादूगरों से किया अनुबंध

नगरीय निकाय चनाव में जादगर की थैली में से निकलेगा कांग्रेस का झंडा

भोपाल. नगरीय निकाय चुनाव तीन महीने के लिए टाल दिए गए हैं, लेकिन सत्ता गंवा कर सबक सीख चुकी कांग्रेस अब बाजी हाथ से नहीं निकलने देना चाहती। मप्र में नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी में जुटे सियासी दल वो हर दांव खेलने की तैयारी में हैं, जो जनता के बीच उन्हें पोपुलर बना सकें। चुनाव में किसी जादू की उम्मीद लगाए बैठी कांग्रेस अब जीत के लिए भी जादुगरों को बुला रही है। उनकी मदद लेगी और जाद की थैली में से कांग्रेस का झंडा निकलेगा। नगरीय निकाय चुनाव 5 मार्च के बाद हो सकते हैं, लेकिन कांग्रेस ने इसकी तैयारियां काफी दिनों से शुरू कर दी हैं। कांग्रेस के प्रभारी और मर प्रभारी लगातार जिलेवार बैठकें कर रहे हैं। इसके बाद भी कांग्रेस को नगरीय निकाय चनाव में जीत का भरोसा नहीं है. इसलिए कांग्रेस अब जादुगर का सहारा लेगी। यं तो आपने सड़क चौराहों पर जाद का खेल दिखाने वाले जादगरों को देखा होगा। कभी थैली में से कबतर तो, कभी पैसा निकालते भी देखा होगा, लेकिन भोपाल में नगर निगम चुनाव के दौरान जादूगर यदि अपनी थैली से कांग्रेस पार्टी का गमछा या झंडा निकालते हए दिख जाएं तो चौंकिएगा नहीं, क्योंकि ये जादुगर ही नगर निगम चुनाव में कांग्रेस का प्रचार करने आ रहे हैं। कांग्रेस निकाय चुनाव में प्रचार के लिए जादूगरों का सहारा ले रही है। पार्टी इसके लिए छोटे-मोटे जादुगर हायर करने की तैयारी में है। इसका एक डेमो पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने देखा, जिसमें जागर ने अपनी काली थैली से 10 के नोट डालने पर कांग्रेस पार्टी का गमछा निकाल दिया। नगरीय निकाय चुनाव को विधानसभा के सेमीफाइनल के तौर पर कांग्रेस और भाजपा लड़ेगी। कांग्रेस पार्टी ने भी अपने स्टार कैपनर कमल नाथ को निकाय चुनाव में उतारने की तैयारी कर ली है। 28 सीटों के उपचुनाव से सबक लेते हुए कांग्रेस ने निकाय चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले कमल नाथ के शहरी इलाकों में दौरे कार्यक्रम बनाना शुरू कर दिया है। किसान आंदोलन के नाम से ही सही, लेकिन कमल नाथ 16 जनवरी को छिंदवाड़ा, 19 जनवरी को बालाघाट और सिवनी. फिर 20 जनवरी को मुरैना पहुंचकर किसान महासम्मेलन के बहाने निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करेंगे। कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा के मुताबिक कांग्रेस पार्टी ने स्टार प्रचारक कमल नाथ के दौरा कार्यक्रम तय कर दिए हैं। जनवरी में नगरीय निकाय में पहुंचकर कमलनाथ पाटी कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ाने का काम करेंगे और फरवरी महीने में ताबड़तोड़ दौरे कार्यक्रम होंगे।

अजब-गजब, अनूठे तरीके खोज रही कांग्रेस

नगरीय निकाय चुनाव 3 महीने के लिए टाल दिए गए है, लेकिन सत्ता गंवाकर सबक सीख चुकी कांग्रेस अब बाजी हाथ से नहीं निकलने देना चाहती, वो चुनाव की तैयारी में किसी तरह की ढील देने के लिए तैयार नहीं है। वहीं कारण है कि पार्टी अब चुनाव जीतने के लिए ऐसे अजब-गजब और अनूठे तरीके खोज रही है। कांग्रेस के इस जादू से जनता कितनी प्रभावित होता है, इसके लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा।

भाजपा ईवीएम से जादू दिखाती है

पूर्व मंत्री पीसी शर्मा का कहना है कि जब भाजपा चुनाव में ईवीएम के साथ जादूगरी कर चुनाव जीत सकती है तो निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी जादू का खेल दिखाने वालों की मदद यों नहीं ले सकती है। पार्टी आगामी निकाय चुनाव में ऐसे हर व्यक्ति की मदद लेगी, जो भाजपा का झूठ बताते हुए कांग्रेस की सच्चाई लोगों तक पहुंचाएंगे।