अन्नदाताओं के आंदोलन का 44वां दिन

कानून वापस ले सरकार वरना लंबा चलेगा संघर्ष : किसान नेता




नई दिल्ली। किसान आज एक बार फिर सरकार के साथ बातचीत की टेबल पर होंगे। भारत सरकार और किसान संगठनों के बीच आज कृषि कानून को लेकर चर्चा होनी है, जिन दो मुद्दों का समाधान निकलना बाकी है उन पर आज कुछ हल होने के आसार हैं। बातचीत से पहले बीते दिन किसानों ने एक बड़ी ट्रैक्टर रैली निकालकर आंदोलन को लेकर अपने हौसले सरकार के सामने जता दिए। राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के यूथ विंग के अध्यक्ष अभिमन्यु का कहना है कि सरकार को तीनों कानून तो वापस लेने ही होंगे और एमएसपी गारंटी कानून बनाना पड़ेगा। चाहे अब बनाएं या बाद में बनाएं। अगर सरकार जल्दी कोई फैसला नहीं लेती तो यह आन्दोलन और तेज होगा। कल सभी ने रिहर्सल देख ली होगी और यह आंदोलन सिर्फ कुछ लोगों का नहीं पूरे देश का आंदोलन है। आज की जो मीटिंग है, हम सकारात्मक सोच के साथ जाएंगे। पहले भी हम खुले मन से और सकारात्मक सोच से आए थे, लेकिन सरकार टालमटोल कर रही है भारतीय किसान यूनियन सिद्धपुर पंजाब के स्टेट अध्यक्ष जगजीत सिंह ढल्लेवाल का कहना है कि हम उम्मीद लेकर जा रहे हैं कि सरकार कुछ ना कुछ जरूर करेगी, क्योंकि काफी लंबा हो गया है और जो कल हमारी ट्रैक्टर परेड थी, वह भी काफी सफल रही है। सरकार को समझ में आ गया होगा कि किसान एकजुट है और अपने आंदोलन को लेकर के पीछे हटने वाला नहीं है। तीनों कानून वापस हो और एमएसपी गारंटी कानून बने, इससे कम कुछ होगा नहीं।