भोपाल. चनावों में भाजपा के मकाबले कमजोर साबित हो रही कांग्रेस पार्टी ने अब बुजुर्ग नेताओं से किनारा करने की तैयारी कर ली है। कांग्रेस पार्टी ने लंबे समय से संगठन से जुड़े नेताओं को अब मार्गदर्शक सूची में डालने की तैयारी में है। प्रदेश में भाजपा से मुकाबले के लिए कांग्रेस के संगठन को मजबूत करने के लिए कमल नाथ ने प्लान यूथ तैयार किया है। इसके तहत अब प्रदेश की जिला इकाइयों में 70 फीसदी युवाओं को जिम्मेदारी मिलेगा। बुजुर्ग नेताओं का प्रतिशत घटा कर 30 फीसदी करने का फार्मूला इजाद किया गया है।
युवा चेहरों के सहारे कांग्रेस पार्टी खुद को मजबूत करने की तैयारी में है। नगरी निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी अपनी जिला इकाइयों को भंग कर नई इकाइयों का गठन करने की तैयारी में है। नई इकाइयों में युवा चेहरों को तवज्जो दी जाएगी। प्रदेश इकाई में भी युवाओं को मौका देने का प्लान कांग्रेस पार्टी ने तैयार किया है। कांग्रेस का कहना है कि कांग्रेस को संगठन के तौर पर मजबूत बनाने के लिए पार्टी ने जो फॉर्मूला तय किया है, उसके तहत एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस से निकलकर आने वाले चेहरों को अब कांग्रेस संगठन में जिम्मेदारियां दी जाएंगी। संगठन का नया स्वरूप अगले 1 महीने के अंदर पूरा हो जाएगा। वहाँ कांग्रेस के प्लान पर भाजपा ने निशाना साधा है। भाजपा नेताओं का कहना है कि कांग्रेस में हमेशा से बुजुर्ग नेताओं का हस्तक्षेप रहा है। कांग्रेस पार्टी में एक परिवार ही सब कुछ है। युवाओं को मौका देने की बात सिर्फ दिखावा है। कांग्रेस से युवाओं का मोह भंग हो चुका है। दरअसल प्रदेश में भाजपा से मुकाबले कांग्रेस का कमजोर संगठन उसकी सबसे बड़ी परेशानी है और इस परेशानी से उबरने के लिए अब कमल नाथ ने संगठन में युवाओं को आगे लाने की तैयारी कर ली है। पार्टी ने आगामी नगरी निकाय चुनाव में भी युवा चेहरों को मौका देने का प्लान तैयार किया है। इससे पहले प्रदेश के 16 नगर निगमों में भाजपा का कब्जा था। 15 नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस का था, जबकि एक सिंगरौली नगर निगम में बीएसपी का नेता प्रतिपक्ष था। सभी नगरीय निकायों का कार्यकाल खत्म हो चुका है। प्रदेश में 278 नगरीय निकायों में सरकार ने प्रशासक नियुक्त कर दिए हैं। चुनाव के जरिए फिर से चुने हुए जनप्रतिनिधियों को बैठाने की तैयारी शुरू होती नजर आ रही है। कमल नाथ सरकार के समय भोपाल में दो नगर निगम बनाने के फॉर्मूले पर कांग्रेस काम कर रही थी।
चुनाव 10 से 12 तक
लंबे समय बाद यूथ कांग्रेस के मध्य प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होने जा रहा है। चुनाव से पहले कांग्रेस के अंदर सियासी माहौल गरमा गया है। सात साल तक युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालने वाले कुणाल चौधरी की जगह अब नया अध्यक्ष चुना जाना है। इसके लिए चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में कांग्रेस के 2 विधायक, नेता पुत्रों सहित कुल 12 उमीदवार मैदान में हैं। युवा कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के मतदान की तिथियां घोषित हो गई है। 10,11 और 12 दिसंबर को ऑनलाइन मतदान होगा।
फिलहाल मिक्स्ड रुप
बहरहाल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी दो चेहरों के साथ खड़ी है। उसमें 70 साल की उम्र पार कर चुके प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह शामिल हैं। सवाल इस बात को लेकर भी है कि सिर्फ संगठन में निचले स्तर पर फेरबदल से संगठन को मजबूती मिलेगी या फिर प्रदेश में नेतृत्व भी युवा हाथों में होगा।