चौपाल देश भर में लगाएगी बीजेपी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से किसान दिल्ली रवाना

नई दिल्ली। 16 दिन से दिल्ली को घेर कर बैठे किसानों के आंदोलन से निजात पाने के लिए भाजपा अब पूरे देश में चौपाल आयोजित करने जा रही है। इसकी शुरूआत आज से ही करते हुए देश भर में 700 चौपाल लगाकर कृषि कानूनों की जानकारी दी जाएगी। वहीं आंदोलनरत किसान भी अपनी ताकत बढ़ाने में जुटे हैं। इसके लिए आज अमृतसर से 700 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां लेकर बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की ओर कूच कर गए। सरकार से अब तक की हुई बातचीत और मिले प्रस्तावों को संयुक्त किसान मोर्चा ने खारिज कर दिया है। फिलहाल बात बनती नहीं दिख रही है। सरकार और किसान मोर्चा ने एक-दूसरे के पाले में गेंद डाल दी है। 12 और 14 दिसंबर के आंदोलन की घोषणा के बाद आगे इसके विस्तार के संकेत हैं। अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष समिति के सदस्यों ने दिल्ली की तरफ कूच कर दिया है, यहां वह कृषि बिलों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के साथ आंदोलन में शामिल होंगे। दिल्ली के कुंडली बॉर्डर की ओर 700 रैक्टर ट्रालियां बढ़ रही हैं। ये जानकारी किसान मजदूर संघर्ष समिति के एसएस पंधेर ने दी है। अमृतसर की चैरिटी सेवा गाजीपर बॉर्डर पर आंदोलनरत किसानों को भोजन उपलग कराती है। किसानों का कहना है कि यहां सुबह 5.00 से रात 9.00 बजे तक कितने लोग खाते हैं इसका कोई लेखा-जोखा नहीं है। जब तक सरकार हमारी बात नहीं सुनती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

रानी पीएम मोदी ने की अपील पा

द्वारा हालीमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोचीने आजट्वीट करते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर आंदोलन के मामले में की कॉन्फ्रेंसका जिक्र किया और लोगों से उन्हें सुनने की अपील की। प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, 'मंत्रिमंडल के मेरो सहयोगी नरेंद्र सिंह तोमर जी और पीयूष गोयल जी ने नए कृषिकानूनों और किसानों की मांगों को लेकर विस्तार से बात की है। इसे जरूर सुनें।

फ्रंटफुट पर बीजेपी विशेषज्ञ बताएंगे कानून के फायदे

कृषिकानून के मसले पर किसानों और विपक्ष के विरोध का सामना कर रही । भारतीय जनता पार्टी अब फ्रंटफुट पर । खेलने की तैयारी में है। बीजेपी आज से देश के अलग-अलग शहरों में 700 प्रेस कॉन्फ्रेंस और चौपाल का आयोजन करेगी।इसके जरिए मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषिकानून के पत्रवादको मिनाया जाएगा और किसानों को इसके बारे में समाया जाDAII खीजेपी इस वैरान देश में सौ से अधिक जगहों पर किसान सम्मेलन भी करेगी, जबकि हर जिले में प्रेस कॉन्फेंस की जाएगी। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों का किसान पुरजोर विरोध कर रहे हैं। पिछले वेहमतों से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का डेरा है। केंद्र सरकार ने किसानों के साथ बात करने । की कोशिश की, कानूनों में कुछ संशोधन भी सुझाए लेकिन बात नहीं बन सकी। ऐसे में अब बीजेपी ने पार्टी स्तर पर कृषि कानूनों के मसले को जनता के सामने पेश करने का प्लान बनाया है। बता दें कि बीते दिनी कृषिकानून पर एक बुकलेट जारी की गई थी, जिसमें तीनों कषि काननों के पत्रयों को मिनाया गया था।