शासन-प्रशासन बेपरवाह भोपाल-इंदौर में कोरोना की दूसरी लहर का कहर


भोपाल.
कोरोना वायरस की दूसरी लहर का असर मध्यप्रदेश में साफ तौर पर देखने को मिल रहा है, नवंबर महीने के आखिर में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ना शुरू हुए, जिसका सिलसिला अब भी जारी है। प्रदेश के दो हॉटस्पाट शहर इंदौर और भोपाल में कोरोना संक्रमण कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की लाख कोशिशों के बाद भी हालात काबू से बाहर है। इन दोनों शहरों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बाजार को बद करने का समय रात 8:00 बजे कर दिया गया था, फिर उसे बदलकर रात 10:00 बजे किया गया। अभी भी दोनों शहरों में नाइट कर्फ्यू जारी है, पर इन तमाम कोशिशों और सख्ती के बावजूद बढ़ते संक्रमण पर काबू नहीं पाया जा सका है। प्रदेश में कोविड-19 
की दूसरी लहर में हर दिन 1500 से 1700 मरीज सामने आ रहे हैं।

केवल मौत के आंकड़ों में आई कमी

इन 7 दिनों में यदि राहत की कोई बात रही तो ये है कि इस बीच संक्रमण से होने वाली मौतों में कमी देखने को मिली है। नवम्बर महीने के आखिरी 10 दिनों में मौत का आंकड़ा 122 था तो वहीं इन 7 दिनों में 87 संक्रमितों की मौत हुई है, पर यह अब भी स्पष्ट तौर पर नहीं कह सकते कि मौत कम हुई हैं, क्योंकि यह आंकड़ा घटता-बढ़ता रहता है।

आने वाले दिनों के लिए सावधानी जरूरी

स्वास्थ्य विभाग को यह साफ तौर पर पता है कि आने वाले दिनों में कोकिड-19 के मामले बढ़ सकते हैं, इसलिए वह तैयारियों में जुटा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी समीक्षा बैठक में यह कह के है कि मामले घटते बढ़ते रहेंगे पर पर सावधानी रखना जरूरी है। वहीं विशेषज्ञों की मानें तो ठंड बढ़ने के साथ ही स्थिति बिगड़ सकती है।

भोपाल की स्थिति

राजधानी भोपाल में भी संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, पिछले दिनों का ट्रेंड यही रहा कि शहर में 260 से लेकर 350 मामले सामने आए हैं। बढ़ते मामलों को लेकर क्या व्यवस्था है, इस बारे में कलेक्टर अविनाश लवानिया का कहना है कि हमारी 46 फीवर क्लीनिक संचालित हो रहे हैं, जहां पर कोई भी व्यक्ति जाकर कोविड-19 का टेस्ट करवा सकता है, साथ ही लगातार समीक्षा कर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे पास पर्याप्त बिस्तर उपलब्ध हैं या नहीं। हालांकि मामले बढ़ रहे हैं या नहीं। हालांकि मामले बढ़ रहे हैं, पर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर एक मरीज को पर्याप्त इलाज मिले। 

पिछले 7 दिनों के आंकड़े

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के आंकड़ों पर नजर डालें तो वह बात सामने आती है कि दिसंबर महीने की शुरुआत से ही 1300 से 1500 के बीच मरीज मिलने लगे हैं। इौर में 500 से ऊपर ही संक्रमण के मामले दर्ज किए जा रहे हैं तो की दूसरी ओर राजधानी भोपाल में भी 250 से लेकर 350 तक के केस दर्जबे रहे हैं। प्रदेश में पिछले 7 दिनों में कुल 9684 मामले दर्ज किए गए है, साथ डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या में भी कमी आई है। नवंबर के आखिरी दिनों में संक्रमण से ठीक होकर डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या 12091 थी तो वहीं 1 दिसंबर से लेकर 7 दिसंबर तक केवल 10925 संक्रमित मरीज ही ठीक हुए हैं।