विष्णु-भगत ने निकाले पेंच, अब सीएम के साथ मंत्रणा करेगा संगठन

भोपाल. आजकल में टल रही भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा की टीम को लेकर एक बार फिर फाइनल एक्सरसाइज शुरू हो गई है। कार्यकारिणी की घोषणा में रुकावट बन रहे नामों को लेकर प्रदेशाध्यक्ष शर्मा और संगठन महामंत्री सुहास भगत ने काफी देर तक मंथन किया। अब पेंच बन रहे इन नामों को लेकर संगठन आज शाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा करेगा। वहीं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ आए समर्थकों को फिलहाल कार्यकर्ता बनकर ही पार्टी की रीति-नीति को समझना होगा। सूत्रों के अनुसार अपनी टीम को लेकर ज्ञात और अज्ञात दोनों वास कर चुके प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने कल शाम सुची लेकर संगठन महामंत्री भगत के साथ लंबी चर्चा की। इस मौके पर सह संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी मौजद थे। तीनों नेता काफी देर तक हर नाम पर मंथन करते रहे और अड़चन बन रहे नामों को एडजस्ट करने का तरीका खोजते रहे। संगठन के सभी नियम-उपबंधों की कसौटी पर कसने के बाद भी तीनों नेता किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सके हैं। इसके चलते अब तीनों नेता आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बैठकर मंथन करेंगे। जिन नामों को लेकर अड़चन आ रही है उनमें पुरानी कार्यकारिणी के सदस्य और चुनाव हारे दिग्गज बताए जा रहे हैं। तीन साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हए प्रदेशाध्यक्ष शर्मा अपनी टीम में युवाओं को तरजीह देने में जुटे हैं, पुराने नेताओं की उम्र इस क्राइटेरिया में फिट नहीं बैठ पा रही है। वहीं क्षेत्रीय संतुलन में भी कुछ नाम तौल-मोल के बाद भी एडजस्ट नहीं हो पा रहे हैं। यह तीनों नेता कल भी सीएम के साथ बैठने की तैयारी में थे, लेकिन सीएम कल लौटै ही नहीं। इसके चलते आज यह बैठक होने वाली है।

सिंधिया समर्थक फिलहाल रहेंगे दूर

अपने समर्शकों को सत्ता और संगठन में सम्मानजनक पद दिलाने के उद्देश्य से सांसद सिंधिया द्वारा हाल ही में किए गए भोपाल दौरा संगठन के हिसाब से तो नाकाम होते नजर आ रहा है। सूत्रों की  मानें तो प्रदेशाध्यक्ष शर्मा की टीम में फिलहाल तो सिंधिया समर्शकों को जगह मिलने की संभावना कतई नहीं है। न तो किसी को उपाध्यक्ष का पद मिल सकेगा और मंत्री बनाए जाएगे। अलबत्ता मीडिया टीम में जरूर एक-दो चेहरे एडजस्ट किए जा सकते है। विधायक भी  सदस्य के तौर पर कार्यसमिति में एडजस्ट हो जाएगा बाकी कोई भी प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल नहीं किया जाएगा। 

सीएम ने खारिज की अटकलें

मुख्यमंत्री चौहान ने मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों को फिलहाल सिरे से नकार दिया है। गोंदिया से लौटने पर  मीडिया के सवालों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार की बातें कोरी अटकलें हैं। अभी मंत्रिमंडल विस्तार की कोई तिथि निश्चित नहीं है। जब भी होगा पता चल जाएगा।

मंत्रिमंडल विस्तार पर भी होगी चर्चा

सत्ता और संगठन की आज होने वाली इस चर्चा में मंत्रिमंडल विस्तार पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। विस्तार की तिथि से लेकर मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले चेहरों पर भी मुख्यमंत्री के साथ प्रदेशाध्यक्ष शर्मा व संगठन महामंत्री भगत चर्चा करेंगे। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री चौहान से मुलाकात के बाद सांसद सिंधिया चुनाव जीतने वाले अपने दोनों पूर्व मंत्रियों के लिए मंत्रिमंडल के दरवाजे खुलवाने में सफल रहे हैं। पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को विस्तार के बाद मंत्रिमंडल में जगह मिलना तय हो गया है। मगर बाकी खाली पदों पर सिंधिया समर्शकों को मौका नहीं मिल सकेगा। इन खाली पदों के जरिए भाजपा के विधायकों को ही मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। सूत्रों की मानें तो दिल्ली में राष्ट्रीय नेताओं के साथ सत्ता और संगठन के विस्तार पर हो चुकी चर्चा के बाद भी कुछ नामों पर  अभी संशय की स्थिति बनी हुई है। इसे दूर करने के लिए मुख्यमंत्री चौहान के साथ संगठन नेताओं की बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सिलावट और राजपूत को मौका देने के बाद बच रहे चार पदों के लिए भाजपा के पुराने और नए चेहरों के बीच खीचतान मची हुई है। मुख्यमंत्री चौहान की पसंद के रूप में पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल, रामपाल सिंह, संजय पाठक माने जा रहे हैं तो अजय विश्नोई, रमेश मेंदोला, मालिनीलक्ष्मण गौड़ का भी दावा है। इनके अलावा विंध्य से विधायक गिरीश गौतम, केदारनाथ शुक्ल भो मंत्री बनने की दौड़ में शामिल हैं। फिलहाल 8 दिसंबर को मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें लगाई जा रही है। आज सत्ता और संगठन की बैठक के बाद तिथि भी फाइनल की जा सकती है।