चार पबों को अनुज्ञप्तियों के लिए अपात्र घोषित किया
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने विगत दिनों इंदौर में छह बार और पब के लाइसेंस 31 दिसंबर तक स्थगित कर दिए थे। जिले में ड्रग माफिया के विरुद्ध की गई कार्यवाही को प्रभावी बनाते हुए आज कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने सख्त कार्यवाही करते हुए इंदौर के पिचर्स बार, विडोरा बार, इ=एमसी स्कवेयर बार, सुंदरवन बार एवं प्राइड होटल बार को बिना अनुज्ञप्ति के मादक द्रव्यों का विक्रय करने पर आगामी आदेश तक बार लायसेंस के निलंबन की कार्रवाई करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही ओरा पब, वेस्ट वेस्टर्न, ओटू बार एवं ठर्की पब को आगामी आदेश तक आबकारी विभाग द्वारा दी जाने वाली एलएल-2, एफएल-3, एफएल-4, एफएल-4क और एफएल-5 अनुज्ञप्तियों के लिए अपात्र घोषित किया है। उल्लेखनीय है कि इंदौर में ड्रग कारोबार में गिरफ़्तार किए गए व्यक्तियों द्वारा पूछताछ में इन पब और बार का ड्रग कनेक्शन पाया गया है।
कलेक्टर द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि ड्रग माफिया के विरूद्ध गई कार्यवाही में गिरफ्तारशुदा आरोपियों की पूछताछ में उनके द्वारा दी गई जानकारी अनुसार पिचर्स बार, विडोरा बार, इ=एमसी स्कवेयर बार, सुंदरवन बार एवं प्राइड होटल बार में प्रतिबंधित नारको ड्रग का उपयोग अवैध रूप से किया जाना बताया गया है। जो कि मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 17 के अन्तर्गत मादक द्रव्य का विक्रय बिना अनुज्ञप्ति के अपराध है, साथ ही इनका यह कृत्य आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 62 के अन्तर्गत निर्मित सामान्य अनुज्ञप्ति की शर्त-12 तथा स्वापक औषधियां एवं मनोत्तेजक नियम 1985 के नियम 65-क का उल्लंघन है। कलेक्टर द्वारा अनुसंधान की कार्यवाही को प्रभावी करने के लिए आगामी आदेश तक इनका बार संचालन बंद रखने एवं बार लायसेंस निलंबित करने के आदेश दिये गये हैं। कलेक्टर श्री सिंह ने उपरोक्त अनियमितताओं के संबंध में कारण बताओ सूचना पत्र जारी करते हुए सात दिवस की अवधि में अपना पक्ष समक्ष में रखने के लिए कहा गया है। अन्यथा की स्थिति में एक पक्षीय निर्णय लिया जाकर उचित वैधानिक कार्यवाही जायेगी।
इसी तरह कलेक्टर श्री मनीष सिंह द्वारा गिरफ्तारशुदा आरोपियों की पूछताछ में दी गई जानकारी अनुसार बिना अनुज्ञप्ति के मादक द्रव्यों का विक्रय करने पर ओरा पब, वेस्ट वेस्टर्न, ओटू बार एवं ठर्की पब को आगामी आदेश तक आबकारी विभाग द्वारा दी जाने वाली एलएल-2, एफएल-3, एफएल-4, एफएल-4क और एफएल-5 अनुज्ञप्तियों के लिए अपात्र घोषित किया है।