महिला डॉक्टर और नर्स की धमकी के बाद स्वास्थ्यकर्मी अशोक वर्मा पर घातक हमला

(देवास जिला अस्पताल मे निरंकुश अव्यवस्था ? असहाय अधिकारी)


देवास. (शाकिर अली दीप)अव्यवस्थाओं और अवैध वसूली केन्द्र के  रुप मे कुख्यात महात्मा गांधी जिला अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी ,सहयोगी ,मिलनसार ,कर्मचारी नेता अशोक वर्मा पर शनिवार की रात उस समय प्राणघातक हमला किया गया जब वह मोटरसायकल से बावड़िया  होकर अपने घर क्षिप्रा ,सुकल्या जा रहे थे । आशोक वर्मा के अनुसार हमलावर कार से आये थे और अंधेरा स्थान देखकर हमला कर दिया । हमलावरों ने मारते हुए यह भी कहा कि तुझे प्रसूति वार्ड मे बहुत रुचि है । 

       अशोक वर्मा को हाथ और कंधे मे फ्रेक्चर होकर नाक ,मुंह मे भी चोंट आई है । वर्मा जी को कुछ लोगों ने जिला अस्पताल लाकर इमरजेंसी वार्ड मे भर्ती कराया । 

         पुलिस को अशोक वर्मा ने बताया कि एक महिला डॉक्टर और नर्स ने उन्हें प्रसूति वार्ड मे अवैध वसूली न करने की समझाइश पर देख लेने की धमकी दी थी । बाद मे इसी महिला डॉक्टर ने फोन पर कहा था कि तुझे अपने पैरों पर खड़ा होने लायक नहीं छोडूगी और फिर हमला हो जाता है ।

         पुलिस अभी जांच कर रही है और रिपोर्ट फायनल नहीं हुई है । कथित महिला चिकित्सक ऑपरेशन के माध्यम से अवैध कमाई के लिये कुख्यात होकर वर्षो से यहां जमी हुई है । अपने निवास पर भी अवैध नर्सिंगहोम चलानेवाली यह चिकित्सक अवैध गर्भपात के लिये भी चर्चित है । प्रसूति वार्ड की कुछ नर्सों और दाईयों ने अवैध वसूली का कीर्तिमान बनाया है । रिश्वत और अवैध कमाई से लेनदेन कर वर्षो से नियमो के विरुद्ध प्रसूति वार्ड मे अंगद की तरह पैर जमाए महिला डॉक्टर ,नर्स ,दाई और इंचार्ज को किसी का डर नहीं है । यहां की इंचार्ज सुधा नायर के लॉकर से साठ हजार रुपये चोरी होने का मामला जनवरी मे सुर्खियों मे था और जांच की नौटंकी भी हुई थी । हजारों रुपये प्रसूति वार्ड मे क्यों लाई थी?या अवैध वसूली के थे यह सब लीपापोती हो गई । सुधा नयर पर नर्सों और दाईयों के माध्यम से अब भी रुपये लेने की चर्चा है । पहले लोकल डॉक्टर ही मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी होने से उनका प्रभाव अवैध वसूली और कमिशनखोरी पर अंकुश लगाने मे नहीं रहा जिसका परिणाम जिला अस्पताल दलालों के माध्यम से लूट का अड्डा बन गया । कलेक्टर और सीएमएचओ को अपने पद की शक्ति दिखाना चाहिए और रिश्वत देकर अयोग्य नियुक्तियां निरस्त करनी चाहिए । जैसे स्वास्थ्य कर्मचारी अंजु गौतम कथित पचास हजार देकर प्रसूति वार्ड मे प्रसूताओं के जीवन से खेल रही है ।