तेज आंधी के साथ गिरे मावठे से मौसम में घुृली ठंडक, कटी फसलों को नुकसान की आशंंका

कटाई के लिए पहुंच रहे किसानों को फासला रखने की कृषि अधिकारी दे रहे सलाह


शाजापुर। गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात तेज आंधी के साथ हुई बारिश से मौसम में ठंडक घुल गई। गनीमत रही कि आंशिक ओलावृष्टि से फसलों को ज्यादा नुकसान तो नही हुआ, लेकिन जो कटी फसलें हैं उसमें नुकसान की आशंका को देखते हुए कृषि अधिकारियों ने उन फसलों को पलटने और मौसम साफ होने पर उसे धूप दिखाने की सलाह दी है।



गौरतलब है मौसम के मिजाज एक बार फिर बदल गए हैं और तेज धूप की जगह आसमान  पर बादल छाए हुए हैं। गुरुवार शाम तक आसमान पर बादलों का डेरा लग गया था। वहीं देर रात बारीश हो गई। कुछ देर बारीश का दौर कुछ देर तो थम गया, लेकिन कुछ देर बाद बारीश शुरु हो गई और इसके साथ ही ओलावृष्टि भी हो गई। जिससे मौसम में ठंडक घुल गई। मौसम विभाग की माने तो अब बारीश की संभावना न के बराबर है। लेकिन आसमान पर बादल जरूर छाए रहेंगे और इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा। शुक्रवार को शहर का अधिकतम तापमान 25.5 और न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री दर्ज किया गया।
कम हुई कटाई इसलिए बच गई फसलें
कृषि अधिकारी आरपीएस नायक ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण फसलों की कटाई का प्रतिशत कम है। इसलिए फसलों को नुकसान की ज्यादा संभावना तो नहीं है लेकिन जिन लोगों ने अपनी फसल काटकर उसके पुले बांधकर रख लिए हैं उनमें जरूर कुछ नुकसान हो सकता है। इसके लिए किसान उन  पुलों को पलट-पलटकर रख दें और धूप निकलने पर उन्हें धूप में रख दें जिससे फसलों में नुकसान नहीं होगा।
पर्याप्त दूरी बनाएं किसान
डॉ. नायक ने किसानों से अपील की है कि इन दिनों कोरोना नामक महामारी का दौर चल रहा है। इसलिए किसान यदि कटाई करने जाएं तो आपस में पर्याप्त दूरी बनाकर रखें और अपने फसल कटाई के औजारों को सेनेटाईज करने के बाद उनका इस्तेमाल करें। साथ ही एक-दूसरे से कम से कम डेढ् या दो मीटर की दूरी बनाकर ही काम करें।