बाहर घूमने वालों के लिए सिंघम बनी पुलिस
मैं समाज का दुश्मन हूं का पम्पलेट पकड़ाकर भी सिखाया सबक
शाजापुर। प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए देर शाम को प्रशासन ने शाहापुर शहर को भी लॉक डाउन कर दिया गया है। जो कम से कम 25 मार्च तक रहेगा। इसके बाद अब तक समझाईश के साथ पेश आ रही पुलिस ने सख्ती दिखाना शुरु कर दिया है। सोमवार को भी पुलिस ने बेवजह बाहर घूम रहे लोगों को सख्ती के साथ घर भेज दिया। वहीं चेतावनी दी कि अब ऐसे लोगों की खेर नहीं। वहीं शाम को शहर को लॉक डाउन करने के आदेश भी जारी कर दिए गए थे। जिसका पालन कराने की जिम्मेदारी भी पुलिस को सौंप दी है।
(प्रशासन के आदेश के बाद भी सुबह खुल गए थे बाजार)
अब तक प्रदेश के 25 जिले लॉक डाउन हो चुके हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बीमारी का प्रकोप रोकना कितना जरूरी है। इसे देखते हुए कलेक्टर डॉ. वीरेंद्रसिंह रावत ने रविवार शाम को शहर को 25 मार्च तक के लिए लॉकडाउन करने के आदेश जारी कर दिए। वहीं देर शाम को इस संबंध में अनाउंस कराकर लोगों को भी इसकी जानकारी दी जा चुकी थी। इसमें स्पष्ट किया गया है कि शहर 25 मार्च तक जिले में किसी भी बाहरी व्यक्ति के आने और यहां से बाहर जाने पर प्रतिबंध रहेगा। बावजूद इसके शहर के व्यवसायियों ने अपने प्रतिष्ठान खोल लिए थे। इसकी जानकारी लगते ही पुलिस ने पहले तो समझाईश देकर लोगों से प्रतिष्ठान बंद करवाए और घर पर रहने का अनुरोध किया, लेकिन इसके बाद भी जब लोग बाहर घूमते दिखाई दिए तो पुलिस ने फिर सिंघम रूप अख्तियार कर इन लोगों को काबू किया। इसका असर ये हुआ कि देखते ही देखते बाहर घूमने वाले लोग अपने घरों में दुबक गए। वहीं जो लोग बाहर घूमते दिखाई दिए उन्होंने अपनी जानकारी पुलिस को दी उसके बाद उन्हें जाने दिया।
ये जारी किए आदेश
- जिले में किसी भी व्यक्ति को अपने घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी।
- सड़क मार्ग से जिे की सीमा में जिले के बाहरी लोगों का आगमन प्रतिबंधित किया जाता है।
- जले के नागरिकों का जिले की सीमा से बाहर जाना तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित किया जाता है।
- जिले के समस्त शासकीय/अर्द्धशासकीय कार्यालय बंद किए जाते हैंँ। अत्यावश्यक सेवा वाले विभाग राजस्व, स्वास्थ्य, पुलिस, विद्युत, दूरसंचार, बैंक एवं सभी बैंकों के एटीएम से केश प्रतिपूर्ति की सेवा, गैस एजेंसी, नगर पालिका, पंचायत आदि इससे मुक्त रहेंगे।
- अस्पताल, मेडिकल दुकान, किराना, दूध की दुकाने, सब्जी एवं फलों की हाथ ठेले पर की फेरा लगाने वाले एवं पेट्रोल पम्प को छोड़कर सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद किए जाते हें।
- इमरजेंसी ड्यूटी वाले शासकीय कर्मचारी केवल ड्यूटी के प्रयोजन से प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे, लेकनि उक्त कर्मचारियों को अपने साथ पहचान-पत्र रखना अनिवार्य होगा।
- घर-घर जाकर दूध बांटने वाले विक्रेता एवं न्यूज पेपर हॉकर प्रात: 6.30 से 9.30 बजे तक लॉक डाउन प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे।
- अगर किसी व्यक्ति को घर से बाहर निकलना, जिले से बाहर निकलना, आवश्क हो तो संबंधित थाना क्षेत्र से पास प्राप्त करने पर ही अनुमति होगी।
- मास्क, सेनेटाईजर, दवाईयों आदि उत्पादन करने वाले उद्योगों में काम करने वाले कर्मचारी, डीएम/एडीएम/एसडीएम कार्यालय से अनुमति प्राप्त करने पर उक्त प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे।
मैं समाज का दुश्मन हूं... मैं घर पर नहीं रहूंगा(पुलिस ने सख्ती दिखाकर ऐसे किया लोगों का इलाज)
पुलिस केवल सख्ती ही नहीं बल्कि दूसरे तरीके भी अपनाए जा रहे हैं ताकि कैसे भी लोग घरों में रहे और संक्रमण से खुद की और शहर की सुरक्षा कर सकें। इसके लिए सोमवार को पुलिस ने बाहर घूमने वाले लोगों को पकड़ा और उनके हाथ में पेम्प्लेट भी पकड़ाए कि मैं समाज का दुश्मन हूं, मैं घर पर नहीं रहूंगा। हालांकि कुछ लोगों ने इसे लेकर पुलिस का विरोध भी किया, लेकिन पुलिस ने उनकी एक न चलने दी ओर उनका फोटो सोशल मीडिया पर भी वायरल किया ताकि ऐसे लोगों को नसीहत मिल सके। इसका असर भी शहर में देखने को मिला और शहर की सड़कों पर लोगों की आवाजाही पर सोमवार सुबह की अपेक्षा भीड़ कम ही दिखाई दी।
इन लोगों ने शहर के सिपाहियों का किया सम्मान(पुलिसकर्मियों की सेवा करते बोहरा समाज के लोग)
कोरोना के खिलाफ शहर की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों का सम्मान करने वाले लोग भी मिसाल पेश कर रहे हैं। सोमवार को दाऊदी बोहरा समाज के लोग अपनी बाईक पर निकले और मॉस्क पहनकर ड्यूृटी दे रहे पुलिसकर्मियों का सम्मान कर उन्हें चाय व बिस्किट का वितरण किया। समाजजनों ने बताया कि ये लोग हम लोगों के लिए ही तो बीमारी के खतरे को जानते हुए भी हमारी सेवा में लगे हुए हैं, ऐसे लोग फरिश्ते से कम नहीं है। इन लोगों की सेवा करना हमारे लिए गर्व की बात होगी। समाजजनों ने जहां-जहां भी पुलिस जवान ड्यूटी करते नजर आए उनका सम्मान कर चाय व बिस्किट का वितरण किया।