प्रशासन ने कराया भोजन
शाजापुर। लॉक डाउन के बाद से ही दूसरे शहरों व दूसरे प्रदेशों में काम कर रहे लोग अपने घरों की ओर निकल पड़े हैं। ऐसे में सबसे ज्याद फजीहत मजदूर वर्ग की हुई, जिनके पास न रहने का ठिकाना है और न ही खाने को कुछ। भूखे पेट ये मजदूर लंबा सफर तय कर अपने गंतव्य पर पहुंचने को मजबूर हैं।
वाहनों के बंद होने के कारण सैकड़ों किमी का सफर पैदल ही तय कर रहे हैं। ऐसे में आगरा-ग्वालियर में मजदूरी कर रहे लोगों का एक दल पैदल सफर करता हुआ शाजापुर पहुंचा। यहां प्रशासन के दल ने उन्हें भोजन कराया। साथ ही स्वयं सेवी संगठनों ने चाय नास्ता कराया। कुछ देर रुकने के बाद मजदूरों का सफर पुन: शुरू हो गया। मजदूर उज्जैन जिले के खाचरोद व आसपास के गांव के रहने वाले है। ये लोग चार दिनों से पैदल सफर कर रहे हैं। देश में लॉक डाउन होने के बाद से ही सबसे अधिक परेशानी दूसरे शहरों में मजदूरी करने वाले लोगों को हो रही है। रहने और खाने की व्यवस्था नहीं होने के कारण ये लोग अपने शहर को पलायन कर रहे हैं।
पुलिसकमिर्यों ने भी की मदद
मजदूरों के दल में शामिल सोमनाथ ने बताया कि हम मजदूरी करते है। हमारे दल में २१ लोग शामिल है, जिनमें महिलाएं भी शामिल है। दल में आगरा और ग्वालियर में मजदूरी करने वाले लोग है। जो उज्जैन जिले के खाचरौद व उसके आसपास के गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि हम चार दिनों से पैदल यात्रा कर यहां पहुंचे है, कहीं कोई वाहन नहीं मिला। रास्ते में पुलिसकमिर्यों व कुछ संगठनों ने हमें चाय- नास्ता कराया था। जिसकी बदौलत यहां तक पहुंचे।
भोजन कराकर भेजा गंतव्य
शाजापुर पहुंचने पर प्रशासन की और नियुक्त महिला एवं बाल विकास विभाग के सहायक ग्रेड १ राजेंद्रकुमार मालिया ने अपनी टीम के साथ सभी मजदूरों को भोजन के पैकेट वितरीत किए और भोजन कराया। इस दौरान मालिया ने सभी लोगों को एक मीटर की दूरी बनाकर रहने और मास्क लगाने की हिदायत दी। इस दौरान मजदूरों को मास्क भी वितरीत किए गए। इस दौरान स्वयं सेवी अभिषेक जैन भी मजदूरों की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे। लेकिन तक तक प्रशासन की ओर से भोजन वितरीत कर दिया था। तब जैन ने अपनी टीम के साथ मजदूरों को चाय, पानी कराया। बता दें कि अभिषेक जैन अपने साथियों के साथ शहर की विभिन्न बस्तियों में घूमकर जरूरतमंदों के लिए भोजन, चाय की व्यवस्था कर रहे हैं।