नीमच में डिस्ट्रिब्यूटर हुए गुत्तमगुत्था...!

जमा राशि में झोल किये जाने का आरोप



जगदीश जोशी 'प्रचंड'
इंदौर/नीमच। लगभग डेढ़ साल से जेल की सलाखों के पीछे रहकर न्याय प्रक्रिया का सामना कर रहे फ्य़ूचर मेकर कम्पनी के सीएमडी के खिलाफ एफआईआर करने वाले फरियादीयो के खिलाफ  नीमच के ही कुछ डिस्टिब्यूटरो ने मोर्चा खोल दिया है।देश भर में फैले लाखो डिस्टिब्यूटर नीमच में हुए इस घटनाक्रम से अचंभित है।



सूत्रों के मुताबिक़ मामला यह बताया जा रहा है कि फ्य़ूचर मेकर कम्पनी के खिलाफ करीब 64 लोगो ने मिलकर लगभग साढ़े पांच करोड़ रुपये की ठगी का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई थी जिस पर नीमच पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। इन 64 लोगो के अलावा अन्य लोगो को छोड़ दिया गया जिसमे जानकारी आ रही है कि आखरी समय मे लगाया गया पैसा कम्पनी के खाते में नही पहुच पाया।
साथ ही दबी जुबान से एफआईआर के बाद कम्पनी के कुछ जिम्मेदार लोगों से लिया गया रुपए भी नही वितरित किए गए। आपसी मनमुटाव के माहौल में जो बातें सामने आ रही है वह चौकाने वाली है।
इधर सूत्रों का कहना है कि लगभग एक दशक से नीमच मंदसौर के ग्रामीण चिटफंड कम्पनियों की योजनाओं में पैसा लगानेके बाद ठगी का शिकार होते रहे हैं कई मामलों में अब तक जांच चल रही है तो कई मामलों में फरियादी महिपाल राठौड़ भी निशाना बना है सर्वहित महाकल्याण फाउंडेशन के नाम पर संगठित होकर आंदोलन कर अपनी नेता छवि बनाकर कई कम्पनियों से अपना उल्लू सीधा कर चुके फरियादी आज पुलिस को गुमराह कर अपनी रोटियां सेक रहे हैं इसी के चलते इन्हीं के नीचले डिस्टिब्यूटर ने पुलिस अधीक्षक नीमच से कारवाई की मांग की है।
चिटफंड कंपनी के नाम से एक करोड़ की धोखाधड़ी
चिटफंड कंपनियों के नाम से बेरोजगारों से धोखाधड़ी की जा रही है। मंगलवार को धोखाधड़ी का शिकार हुए पीडि़तों ने पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सगर को शिकायत की और कार्रवाई की मांग की है। करीब १५० युवाओं से धोखाधड़ी की गई है। एक करोड़ का चूना लगाया गया है।
एसपी को दी शिकायत में उल्लेख किया गया है कि चिटफंड कंपनियों के नाम से ठगी और धोखाधड़ी करने वाला गिरोह सक्रिय है। नीमच में करीब दो वर्ष से महिपालसिंह राठौर निवासी डसानी और अनिल पिता नानालाल धाकड़ निवासी भोलियावास द्वारा युवाओं, बेरोजगारों और गरीब वर्ग के लोगों को झांसे में लेकर करीब एक करोड़ की धोखाधड़ी की गई है। बिग विनर कंपनी के नाम से पूर्व में लाखों की धोखाधड़ी की गई। इसके बाद में फ्यूचर मेकर कंपनी के नाम से करीब १५० युवाओं से पैसे लिए गए। दो गुनी राशि जैसे प्रलोभन इनके द्वारा दिए जाकर धोखाधड़ी की गई है। बाद में कंपनी बंद होने की बात कहकर हाथ खड़े कर दिए जाते हैं। हमें ज्ञात हुआ है कि कंपनी का सिर्फ नाम लेते हैं, पूरी राशि ये हजम कर लेते हैं और बाद में हाथ खड़े कर देते हैं। पर इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुए है। चिटफंड कंपनी के नाम से धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जाए। शिकायत करने में प्रदीप सईता, राजेश जैन, हरीश नायक, सुरेश राठौर, योगेश बैरागी आदि शिकायतकर्ता शामिल थे।