जलोदिया में शमशान के रास्ते को लेकर विवाद की स्थिति

तहसीलदार के आश्वासन के बाद निजी भूमि से निकलने दिया



नागदा। शहर से लगभग 7 किमी दूर गांव जलोदिया जागीर में अंतिम यात्रा के मार्ग को लेकर विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि मौके पर पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारी पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया, जिसके बाद अंतिम यात्रा के लिए रास्ता दिया गया। अधिकारियों के आश्वसन के बाद मृतक का अंतिम संस्कार हुआ। लेकिन यह हंगामा लगभग 4 घंटे तक चलता रहा। जिससे अंतिम संस्कार भी विलंब से हो सका। मिली जानकारी के अनुसार गांव एक महिला कुंवर सगुनबाई पति गोरधन का निधन होने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए घर से रवाना हुए, लेकिन मुक्तिधाम में जाने के लिए शासकीय रास्ता नहीं होने से किसानों कि निजी भूमि से रास्ता बनाया जा रहा था। हालांकि पहले परिजन अंतिम संस्कार के लिए टैक्टर से लकड़ी व कंडे ले जा रहे थे। इसी दौरान खेत मालिक लोकेंद्रसिंह ने टैक्टर रोक दिया और जाने नहीं दिया। देखते देखते मामले में तुल पकड़ लिया, जिसके चलते किसान और मृतक के परिजनों में विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। सूचना मिलने पर टीआई श्यामचंद्र शर्मा व तहसीलदार विनोद शर्मा दल बल के साथ गांव में पहुंचे, और विरोध कर रहे किसानों को समझाईश दी। किसानों का कहना है कि प्रशासन को मुक्तिधाम में जाने के लिए शासकीय रास्ता उपलब्ध कराना चाहिए, किसान स्वयं की निजी भूमि में से होकर क्यों जाने देगा। इसको लेकर लगभग चार घंटे तक विवाद चला। तहसीलदार शर्मा ने आक्रोशित किसानों को आश्वासन दिया कि अतिशीघ्र सीमांकन कर शासकीय रास्ता बना दिया जाएगा, फिलहाल अंतिम संस्कार करने दिया जाए। आश्वासन के बाद किसानों ने निजी भूमि से शव यात्रा निकालने दी, इसके बाद पुलिस और प्रशासन ने राहत की सांस ली।