पंचदेव मेंदिर में है पांच देवी-देवताओं का वास


उत्तराखंड प्रदेश के जनपद टिहरी गढ़वाल के सुंदर पर्वत पर पंचदेव मंदिर स्थित है। यह मंदिर ज्यादा पुराना नहीं है। मंदिर में पांच देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं, जिसके कारण मंदिर का नाम पंचदेव पड़ा। भगवान शिव, लक्ष्मी, गणेश, माता भगवती और हनुमान जी की मूर्तियों को इस मंदिर में रखा गया है। मंदिर आधुनिक निर्माणकला से निर्मित है। निर्माणकला से निर्मित है। मंदिर के निर्माण में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी गई है। पहाड़ पर विराजमान इस मंदिर के चारों तरफ मनोरम दृश्य है। जहां से हिमालय के ऊंचे-ऊंचे बर्फ से ढके पहाड़ों का दीदार होता है। पंचदेव मंदिर क्षेत्र के पास ही मां सूरी देवी का मंदिर है, यह अति प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर की स्थापना टिहरी नरेश महाराजा नरेन्द्रशाह जी ने की थी। राजा नरेंद्र शाह से पीपली के ग्रामीणों का आग्रह था कि इस मंदिर की स्थापना की जाए। मां सूरी देवी को पनियारी देवी भी कहा गया है। ऐसी मान्यता है कि जब क्षेत्र में वर्षा नहीं होती थी तो इस पनियारी देवी (माता सूरी देवी) की उपासना की जाती है। जिसके बाद बादल जरूर गरजते हैं। मंदिर परिसर में बैसाख मास के ५ गते को एक छोटे से मेले का आयोजन होता है। जिसमें स्थानीय निवासी माता के दर्शन कर पुण्य कमाते हैं।