निवेशकों के डूबे 1000 करोड़

वसीम सैफी
नई दिल्ली। ओला-उबर की तर्ज पर 'हेलो टैक्सी' के परिचालन के नाम पर लोगों से कंपनी में उनकी गाढ़ी कमाई इन्वेस्ट करा करीब 1000 करोड़ रुपए की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि कंपनी में लगाई गई राशि का सालभर में 200 परसेंट और हर महीने 16 परसेंट रिटर्न देने के नाम पर देशभर में लोगों से ठगी की गई है। ठगों ने आर्मी से रिटायर्ड धर्मेंद्र सिंह और उसके साथियों से भी करीब 30 लाख रुपए ठग लिए। पीडि़त धर्मेन्द्र सिंह की शिकायत पर ही दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने इस संंबंध में धारा 406/420/409/120 बी के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक आर्मी से रिटायर्ड धर्मेन्द्र सिंह परिवार समेत झुंझुनु राजस्थान में रहते हैं। उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि नवंबर 2018 में उनके पास एक प्राइवेट कंपनी का मैसेज आया। जिसमें पैसा लगाने पर सालभर में 200 परसेंट और हर महीने 16 परसेंट रिटर्न की बात कही गई। इसके बाद उनके पास कंपनी का फोन आया। कंपनी के डायरेक्टर सरोज महापात्रा व राजेश ने उन्हें मिलने के लिए नेताजी सुभाष प्लेस दिल्ली बुलाया। जहां उन्होंने हेलो टैक्सी के पूरे प्लान और पॉलिसी के बारे में बताया। उसके बाद उन्हें देसाई मेनन व अन्य साथियों से मिलाया। मेनन ने भी बताया कि आने वाले समय में हेलो टैक्सी ओला-उबर से ज्यादा बड़ी कंपनी होगी। कंपनी आरबीआई और सेबी से भी रजिस्टर्ड है। उनकी बातों में आकर धर्मेन्द्र ने कंपनी में नौ लाख रुपए इंवेस्ट कर दिए। इसके अलावा अपने जानकारों राजेंद्र, राजेश, उमेद, अजय, सुनील, योगेंद्र आदि से भी करीब 21 लाख रुपए इन्वेस्ट कराए। 
देशभर के लोगों के साथ ठगी
हेलो टैक्सी के नाम पर ठगों ने वर्ष 2018 में देश में जाल में बिछाना शुरू कर दिया था। इसके लिए सोशल मीडिया पर भी इसका जमकर प्रचार-प्रसार किया गया। जिसमें लुभावने प्लान और महंगे गिफ्ट देने का झांसा दिया जाता। सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो के माध्यम से कंपनी में पैसा लगाने में पैसा लगाने के लिए फोन नंबर भी दिया जाता। लालच में आकर लोग कंपनी में पैसा लगा देते।
दो माह तक मिले पैसे
कंपनी में रुपए लगाने केबाद उनके खेतों में दो महीने तक दस तारीख तक पेमेंट आती रही। मगर मार्च महीने में 15 तारीख तक पेमेंट नहीं आई, तो धर्मेन्द्र ने सरोज से संपर्क किया। सरोज ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो बनाकर उसे भेजी। बताया कि उनका बैंक खता फ्रीज कर दिय गया है। इसके बाद उन्होंने फोन भी उठाने बंद कर दिए। धर्मेन्द्र सिंह का आरोप है कि इस कंपनी ने देशभर में लोगों से करीब 1000 करोड़ रुपए ठगे हैं। 
आरोपियों की तलाश
आरोपियों ने ठगी के लिए smp impex प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी बनाई। जिसमें तमिलनाडु निवासी सरोज महापात्रा, राजेश मेहता व अन्य डायरेक्टर थे। राजेश मेहता पटपडग़ंज औद्योगिक क्षेत्र और देसाई विजय मेनन गुरुग्राम हरियाणा में रहता है। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।