भावनगर से निकलने वाले सरिए के ट्रकों पर 'फर्जी बिल्टियों' का खेल

जगदीश जोशी 'प्रचण्ड'
इंदौर। वाणिज्यिककर की मिलीभगत के चलते मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की सेंधवा बॉर्डर पर जमकर टैक्स की चोरी हो रही है। प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक फर्जी बिल्टियों के सहारे मध्यप्रदेश की सीमा में आसानी से आ जाते हैं। विभाग की मिलीभगत से यह खेल लगभग तीन दशक से चल रहा है। सेंधवा और इंदौर के गिरोह इस काम को बड़ी आसानी से करने का दावा करते हैं। फर्जी बिल्टियों के सहारे ट्रकों को मध्यप्रदेश सीमा में लाने के इस गोरख धंधे में गैंगवार भी हुई है, जिसके चलते इंदौर के सत्तार पहलवान की हत्या भी हो चुकी है। प्रतिदिन लाखों रुपए की वाणिज्यिक कर ड्यूटी की चोरी के बावजूद भी विभाग के आलाअफसर कुंभकरणीय नींद की होड़ करते हुए शिकायत के इंतजार में रहते हैं।



उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश का इंदौर व्यापार की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण शहर है, तो दूसरी ओर महाराष्ट्र के मुंबई, नागपुर, रायपुर, औरंगाबाद से आने वाले माल को फर्जी बिल्टियों के सहारे बड़ी आसानी से निकाला जाता है। सूत्रों के मुताबिक सेंधवा बॉर्डर के साथ-साथ थांदला बॉर्डर पर भी गुजरात के भावनगर से आने वाले करोड़ों रुपए की कीमत का सरिया फर्जी बिल्टियों के सहारे पार करवाया जा रहा है। गुजरात में ट्रकों में लदे सरिए का 'ई-वे' बिल बनाया जाता है। जिसके सहारे ट्रांसपोर्टरों द्वारा ट्रकों को लिमड़ी तक लाया जाता है, जबकि 'ई-वे' बिल का कोई अस्तित्व नहीं है। इसके बाद शुरू होता है चेकपोस्ट पार करवाने वाले जादूगरों का खेल, जो कि टैक्स के अनुसार 'अपनी जुगाड़' लेकर ट्रकों को आसानी से चेकपोस्ट पार करा देते हैं। भावनगर से निकलने वाला सरिया थांदला होते हुए मध्यप्रदेश के कई जिलों में बड़ी आसानी से पहुंच जाता है। सूत्रों के मुताबिक इंदौर के एक ट्रांसपोर्ट व्यापारी का इन फर्जी बिल्टी वालों के बीच अच्छा-खासा 'राज' है। इन बिल्टियों को खरीदने और इनका उपयोग सरिए से भरे ट्रकों को निकालने में किया जाता है, जिससे प्रतिदिन के हिसाब से लाखों रुपए की टैक्स चोरी हो रही है। 
उल्लेखनीय है कि दैनिक सच एक्सप्रेस ने ६ अक्टूबर को इस आशय का समाचार प्रकाशित किया था, जिसमें गुजरात के भावनगर व महाराष्ट्र से आने वाले ट्रकों के 'ई-वे' बिल व फर्जी बिल्टियों के सहारे ट्रकों को बिना टैक्स के माल लाने व इंदौर के इन जादूगरों का पूरा खेल उजागर किया था।