नेशनल प्रमोटर गणेश व कुणाल के निवेशक हुए ठगी का शिकार

मामले को सुलझाने के बजाए फिर लगे हैं ठगी करने में...



जगदीश जोशी 'प्रचण्ड'


इंदौर। रातों-रात करोड़पति बनने का ख्वाब दिखाकर मध्यप्रदेश सहित अन्य प्रांतों में ठगी की इबारत लिखने वाले नेशनल प्रमोटर गणेश व कुणाल पर जल्द ही पुलिस शिकंजा कसने की तैयारी है। थाना पलासिया सहित अन्य स्थानों पर विराट फ्यूचर कंपनी के इन दोनों कुख्यात ठगोरे लीडरों के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है।


 



इन दोनों लीडरों द्वारा विराट फ्यूचर कंपनी के नाम पर मध्यप्रदेश के निमाड़ क्षेत्र के धार, मंदसोर, बड़वानी, खरगोन के ग्रामीण अंचलों में अच्छे लाभांश के साथ घटिया उत्पाद बेचकर करोड़ों रुपए का व्यापार किया। २४ माह तक दिए जाने वाले लाभांश को इसलिए रोक दिया गया, क्योंकि नेशनल प्रमोटर और कंपनी संचालक के बीच मतभेद उत्पन्न हो गए। आपसी लड़ाई का परिणाम यह रहा कि ग्रामीण अंचलों के डिस्ट्रीब्यूटरों में मिलने वाला लाभांश तो रुक ही गया, दूसरी ओर लाखों रुपए की जमा राशि भी डूब गई। हालांकि विराट फ्यूचर कंपनी के सीएमडी ने लोगों को आश्वस्त करते हुए करोड़ों रुपए के चेक बतौर ग्यारंटी दिए, लेकिन चेक बाउंस हो रहे हैं। 
इन दोनों कुख्यात लीडरों द्वारा नासिक की किसी नई कंपनी में ठगी की नई शुरुआत की जा रही है। दोनों ही प्रमोटरों के बारे में माना जाता है कि इनके द्वारा कंपनियों के संचालकों को अंधेरे में रखा जाता है। किसी भी प्लान को अपने स्वार्थ और फायदे के लिए तोड़-मरोड़कर पेश करना इनकी आदत में शुमार है। करोड़ों रुपए के व्यापार में लाखों रुपए कमीशन कमाने वाले इन दोनों प्रमोटरों को लेकर यह भी शिकायत मिली है कि कई लोगों का पैसा इन्होंने अपने ही पास रख लिया। परिणामस्वरूप ऐसे कई लोग को एक भी बार लाभांश नहीं मिला है। इधर समाचार प्रकाशन के बाद विराट फ्यूचर के नेशनल प्रमोटर गणेश द्वारा सीएमडी के खिलाफ शिकायत दर्ज कर बचने के प्रयास किए जा रहे हैं। गणेश द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि कंपनी संचालक ने हमारे साथ धोखा किया। इस कुख्यात लीडर द्वारा अब यह प्रयास किए जा रहे हैं कि किसी भी तरीके से इन आरोपों से बचा जाए, लेकिन समाचार-पत्र 'दैनिक लोकहित खबरÓ के पास सारे साक्ष्य मौजूद हैं कि किस तरीके से इन दोनों प्रमोटरों ने ग्रामीण अंचलों में लाखों रुपए का फायदा होने का ख्वाब दिखाकर करोड़ों रुपए इकट्ठा किया।
इंदौर में आयोजित सेमिनार में अपनी गरीबी का बखान करते हुए करोड़पति बनने का सफर बताने वाले कुणाल पर भी करोड़ों रुपए का दायित्व होने के बावजूद वह भी अपने डिस्ट्रीब्यूटरों के संपर्क में नहीं है। ऐसी स्थिति में कंपनी से जुड़े डिस्ट्रीब्यूटरों ने पुलिस अधिकारियों को शिकायत करने का रुख अख्तियार कर लिया है। 


प्रदेश सहित क्षेत्र के भी हजारो लोगो की गाढ़़ी कमाई फंसी फर्जी कंपनियों में
विधानसभा में विधायक द्वारा उठाया गया ठगोरी कंपनियों का मामला




आलोट। भोपाल, जबलपुर और महाराष्ट्र के मुंबई से संचालित चिटफंड कंपनियों द्वारा मध्यप्रदेश के ग्रामीण अंचलों में ठगी के मामले को क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक मनोज चावला ने विधानसभा में उठाया। सत्र के पहले दिन सहारा इंडिया कंपनी और चिटफंड कंपनियों द्वारा मध्य प्रदेश की जनता की जमा पूंजी नहीं देने का मुद्दा उठाते हुए विधायक ने कहा कि जनता को ब्याज और जमा राशि दोगुनी करने का प्रलोभन देकर पैसा जमा कराया जाता है। कई लोगों द्वारा इस समस्या से अवगत कराया गया था कि सहारा इंडिया कंपनी द्वारा जमा पैसा संबंधित कंपनी द्वारा नागरिकों को मेच्योरिटी पर नहीं दिया जा रहा है इस संबंध में विधायक मनोज चावला ने प्रदेश के गृह मंत्री माननीय बाला बच्चन  से मध्यप्रदेश में सहारा इंडिया परिवार और चिटफंड कंपनियों के खिलाफ नवम्बर 2019 में दर्ज प्रकरणों के संबंध में जानकारी मांगी तथा कितने प्रकरणों में न्यायालय में जांच की गई और कितने प्रकरणों के चालन पेश किए गए चावला ने यह भी पूछा कि इन कंपनियों के किन-किन अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ शिकायतें प्राप्त हुई है तथा कुल कितना धन जनता का इन कंपनियों में भुगतान हेतु शेष है ज्ञात हो कि विगत 2 वर्षों में कई जिलों में इन कंपनियों के खिलाफ थानों में आए दिन प्रकरण दर्ज होते रहते हैं और कई जगह अधिकारियों कर्मचारियों से वाद विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है विभाग द्वारा दी गई जानकारियों के अनुसार कुल 135 शिकायतें सहारा इंडिया कंपनी परिवार के विरुद्ध विभिन्न जिलों में प्राप्त हुई है जिन पर कार्यवाही की जा रही है वहीं मध्यप्रदेश में चिटफंड कंपनियों के विरुद्ध कुल 53  शिकायतें प्राप्त हुई हैं हैं जिनमें से 41 चिटफंड कंपनियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ है तथा 25 चिटफंड कंपनियों के खिलाफ न्यायालय में चालान पेश किया गया है गौरतलब है कि पिछले कई वर्षों से सहारा इंडिया परिवार और कई चिटफंड कंपनियों द्वारा नागरिकों से जमा राशि एकत्र करने के बाद में मेच्योरिटी पर भुगतान नहीं करने की शिकायतें प्राप्त हो रही थी। साथ ही कई लोगों की बचत का पैसा इन कंपनी द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा था इसी समस्या विधानसभा में क्षेत्रीय विधायक मनोज चावला ने उठाया और  मुख्यमंत्री से  एवं मंत्री से यह आग्रह किया है कि शीघ्र ही इन चिटफंड कंपनियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए और जनता का जमा पैसा शीघ्र ही लौटाया जाए द्य प्रदेश सहित नगर में भी सैकड़ों उपभोक्ताओं का पैसा सहारा इंडिया में फंसा हुआ है और ग्राहक प्रतिदिन सहारा आफिस के चक्कर लगाने पर मजबूर है। ग्राहक जितेंद्र व्यास मनीष पांचाल, राजेन्द्र जोशी सहित कई ग्राहकों ने बताया कि हमारा लाखो रुपय मेच्योरिटी पूरी होने के साल भर बितजाने के बाद भी नही दिया जा रहा है। एक तो हमारा पैसा नही मिल रहा है और सहारा के एजेंट प्रतिदिन बाजार से पैसा एकत्रित कर रहे है उनपर भी कार्यवाही होना चाहिए जिससे ओर लोगों का पैसा नही अटके।