17 दिन पुलिस रिमांड पर रहने के बाद अमित सोनी को जेल भेजा, जीतू की तलाश में पुलिस दे रही दबिश


इंदौर। मानव तस्करी समेत कई मामलों में फरार जीतू सोनी के बेटे अमित को 17 दिन पुलिस रिमांड पर रहने के बाद गुरुवार को जेल भेज दिया गया। रिमांड खत्म होने के बाद पुलिस ने शाम को उसे कोर्ट में पेश किया। जहां से कोर्ट ने 30 दिसंबर तक जेल भेजने के आदेश जारी किए। मानव तस्करी के केस में पलासिया पुलिस को पहली बार 4 दिन (6 दिसंबर तक) की रिमांड मिली थी, जिसके बाद से वह लगातार रिमांड पर था। पिता जीतू सोनी की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है। हनी ट्रैप मामले में नगर निगम के सस्पेंड इंजीनियर हरभजन सिंह की शिकायत पर पुलिस ने 30 नवंबर की रात कारोबारी जीतू उर्फ जितेंद्र सोनी और उनके बेटे अमित सोनी के गीता भवन चौराहा स्थित होटल माय होम, घर और दफ्तरों पर दबिश दी थी। होटल माय होम में पुलिस को 67 युवतियां मिलीं, जिन्हें बंधक बनाकर जिस्मफरोशी करवाया जा रहा था। घर से पुलिस को हनी ट्रैप कांड से जुड़े दस्तावेज, पेन ड्राइव, सीडी, 30 से ज्यादा प्लॉटों, जमीनों की रजिस्ट्री मिली थी, जिनकी बाजार में कीमत 150 करोड़ से ज्यादा है। पुलिस ने जीतू सोनी, अमित व अन्य परिजनों पर मानव तस्करी, आईटी एक्ट, आर्म्स एक्ट, प्रतिबंधात्मक और शासकीय कार्य में बाधा के केस दर्ज करते हुए अमित को गिरफ्तार कर लिया था। जहां से कोर्ट ने उसे 6 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया था।
9 दिसंबर को रिमांड अवधि समाप्त होने पर पुलिस ने उसे जिला व सत्र न्यायाधीश मनीष भट्ट की कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे 12 तक पुलिस को सौंप दिया। मारपीट के मामले में कोर्ट ने उसका जेल वारंट भी काट दिया। एक बार फिर जिला व सत्र न्यायालय ने एमआईजी पुलिस के आवेदन पर कोर्ट ने उसे 15 तक के लिए रिमांड पर सौंप दिया। इसी बीच, जीतू की महिला मित्र मुंबई निवासी सोनिया का गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया। रिमांड खत्म होने के बाद उसे फिर से कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 19 तक रिमांड पर भेज दिया गया।