हॉस्टल, कोचिंग संस्थानों को भूला निगम, फिर एक्शन में

सब संवाददाता इंदौर


शहर की गोल्डन गेट' होटल लगी आग के बाद नगर निगम अधिकारी नींद से जाग उठे हैं। अपर आयुक्त ने स्कूल, हाईराइज बिल्डिंग, मॉल सहित अन्य भवनों फायर सेफ्टी उपकरणों को लेकर निगम सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। 19 जोन के बिल्डिंग ऑफिसर और इंस्पेक्टरों के साथ बैठक में निर्देश दिए कि सभी भवनों नोटिस जारी कर फायर सेफ्टी संसाधन जुटाने के नोटिस दिए जाएंलापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई जाएगी।



बीसीएम हाइट्स सहित कई रहवासी इमारतों, हाईराइज बिल्डिंग, होटल सहित अन्य प्रतिष्ठानों के पास फायर एनओसी नहीं है। इस काम की ट्रेनिंग देने लिए देवास के फायर अधिकारी रविकांत मिश्रा को इंदौर बुलाया गया। मिश्रा ने जोनल अधिकारियों को बताया कि ज्यादातर इमारतों के की जान जोखिम में आ गई थी। जोनल अधिकारियों की बैठक कर दिया है। मुख्य पास फायर एनओसी नहीं है। कुछ ने निगम के अपर आयुक्त (भवन होगी। इसमें भी फायर ऑफिसर स्वास्थ्य अधिकारी प्रोविजनल फायर एनओसी ली, अनजा) देवेंद्र सिंह के अनुसार अब रहेंगे। इसके बाद निगम सभी भवनों जडिया ने बताया हमने लेकिन उसे फाइनल नहीं करवाया। भवन निरीक्षक सभी सार्वजनिक को नोटिस देना शरू करेगा। एसोसिएशन की स्थानीय कुछ ने एक बार फायर एनओसी ले स्थलों, बाजारों व इमारतों की जांच भंवरकआं स्थित टायर गोदाम में पत्र जारी कर दिया हैली और फिर उसे रिन्य नहीं करेंगे, जिसमें यह भी देखा जाएगा लगी भीषण आग के बाद एणल सबक लेते हए करवाया। गोल्डन गेट होटल और कि भवन स्वीकृत नक्शे के अनुसार सपताल में मची अफरातफरी से अस्पताल में मची अफरातफरी से अपताल नर्सिग होम अस्पताल व नर्सिंग होम एप्पल हॉस्पिटल के पास यायर बना है या नहीं। निगमायुक्त आशीष सचेत स्वास्थ्य विभाग ने डेढ़ सौ से निपटने के पुख्ता इंतजाम फैक्ट्री में लगी आग से कई लोगों सिंह के साथ शुक्रवार को फिर सभी ज्यादा निजी अस्पतालों को पत्र जारी के लिए कहा है।


गोल्डन गेट होटल में लगी आग ने तोड़ी नींद


सूरत के कोचिंग संस्थान में भीषण आग के बाद हरकत में आए निगम अधिकारी अब भी हॉस्टलव कोचिंग संस्थानों में छात्रों के जीवन से खिलवाड़ करने वले संचालको पर मेहरबान हैं। आग के ढेर पर खड़े इन संस्थानों में हजारों छात्र अध्ययनरत है, जिनकी सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। कुछ माह पूर्व पहले इन संस्थानों को नोटिस भी दिए गए लेकिन कोई खास कर्मवाई न करते हुए इन संचालकों से भवन निरीक्षकों ने तालमेल बैठा लियाअब जस होटलोल्डन गेट में आगजनी के बाद निगम पावर उपकरणों को लेकर नोटिस की नौटंकी कर रहा है, तब देखना होगा कि इसके परिणाम किस तरह सामने आते हैं। बहुमंजिला भवनों की छतों पर व्यवसायिक उपयोग पर भी जारी किए नोटिस खानापूतिन साबित हुए, जबकि विजयनगर से भंवरकुआं के प्रमुख मापिर बड़ी इमारतों पर बने व्यवसायिकानगोणपाट कपस नजर आता रेलवे स्टेशन के सामने और निगम से 1किमी दूर यशवंत प्लाजा की छत पर भी अवैध निर्माण निगम के आला अफसरों को चुनौती देरखा है।