आईएएस ललित दाहिमा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी
इंदौर. लगभग 19 साल पहले कृषि उपज मंडी में हुए आठ करोड़ के मंडी टैक्स घोटाले में तत्कालीन मंडी सचिव और वर्तमान में उपसचिव जेल विभाग व आईएएस अफसर रहे ललित दाहिमा के खिलाफ कोर्ट ने अब गिरफ्तारी का वारंट निकाल दिया है। वह समन तामिल होने से बच रहा था। मिली जानकारी के अनुसार फर्जी एड्रेस पर खुली बोगस व्यापरिक कंपनियों ने इस 8 करोड़ के घोटाले को जन्म दिया था जिसकी रिपोर्ट वर्ष 2004 में तत्कालीन मंडी सचिव व वर्तमान कलेक्टर मनीषसिंह ने एरोड्रम थाने में की थी। इस मामले में ईओडब्ल्यू ने 7 साल तक जांच की थी। उसके बाद 28 दिसंबर 2011 को निम्न श्रेणी लिपिक ओमप्रकाश कानूनगो सहित 23 फर्मों के प्रोपरायटर के खिलाफ मुख्य चालान पेश किया था। मामले में 23 व्यापारी, पांच मंडी कर्मचारी सहित 28 आरोपियों के खिलाफ पूर्व में चालान पेश किया था। तत्पश्चात 28 दिसंबर 2013 को तत्कालीन मण्डी प्रांगण प्रभारी सतीश परेता, सहायक उपनिरीक्षक दिनेश शर्मा, सहायक उप निरीक्षक सरदारसिंह राठौर, मण्डी सहायक उप निरीक्षक दिलीप रायकवार व दैनिक वेतन भोगी संतोष पटेल के खिलाफ धोखाधड़ी आदि जुर्म की धाराओं में चालान पेश किया था किंतु दाहिमा के खिलाफ लंबे समय तक चालान पेश करने में कोताही बरती जा रही थी। जबकि ईओडब्ल्यू ने पांच बिंदुओं पर उसे पहले ही दोषी माना था। इसके बाद तीन वर्ष पहले जज जयप्रकाशसिंह के समक्ष भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत दाहिमा के खिलाफ पूरक चालान पेश किया गया था। मामले में ताजा सुनवाई पर दाहिमा की ओर से उसके अधिवक्ता ने उपस्थित होकर तीन सप्ताह तक उपस्थिति से छूट के लिए अदालत के समक्ष आवेदन दिया था लेकिन कोर्ट ने माना कि आरोपी अभी तक कोर्ट में पेश नहीं हुआ है।