गाजियाबाद. गाजियाबाद में भाजपा में अंदरूनी कलह तब सामने आयी जब एक स्थानीय नेता ने एक विधायक को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की। इस विधायक पर पिछले हफ्ते गाजीपुर प्रदर्शन स्थल पर किसानों को धमकाने का आरोप है। लूनी के विधायक नंद किशोर गुर्जर को निष्कासित करने की मांग भाजपा के स्थानीय नेता और लोनी नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष मनोज धामा ने की है। नंद किशोर ने हालांकि आरोपों से इनकार किया है और कहा कि अगर उनके खिलाफ आरोप साबित हो जाएंगे तो वह इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पर उनका नाम लेकर झूठ बोलने और देश के लोगों को गुमरहा करने का आरोप लगाया गुर्जर समुदाय से ताल्लुक रखने वाले धामा ने कहा, वह (नंद किशोर) वहां गए थे, उन्होंने प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे किसानों को धमकाया जिससे तनाव बढ़ा। उन्होंने कहा, सरकार और प्रशासन ने आंदोलन खत्म करने के वास्ते प्रदर्शनकारियों को मनाने के लिए कड़ी मशक्कत की थी। वहां जाकर उन्होंने क्या किया, हमारे प्रयासों को नुकसान पहुंचाया और पार्टी की छवि धूमिल की मेरा मानना है कि पार्टी के खिलाफ काम करने वाले ऐसे व्यक्ति को निष्कासित कर देना चाहिए और पार्टी से बाहर कर देना चाहिए। धामा ने यह भी आरोप लगाया कि नंद किशोर ने उनके और अन्य के खिलाफ सामूहिक बलात्कार के आरोप में और एससी/एसटी अधिनियम में झुठी प्राथमिकियां दर्ज करा दी उनकी पत्नी को भी इन मामलों में फंसाया गया है। धामा लोनी नगर निगम की मौजूदा अध्यक्ष रंजीता धामा के पति हैं। हरियाणा के भाजपा नेता और पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया ने केंद्र सरकार के नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ एकजुटता दर्शाते हुए रविवार को सत्तारूढ़ पार्टी का साथ छोड़ दिया। दौलतपूरिया ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले इंडियन नेशनल लोकदल छोड़कर भाजपा का दामन थामा था। उन्होंने आज अपने गांव दौलतपुर में आयोजित पंचायत में अपने फैसले की घोषणा की।
किसानों को धमकी देने वाले लूनी के विधायक के खिलाफ बीजेपी में बगावत