दिग्विजय ने संयुक्त मोर्चा बनाने की फिर की पहल



भोपाल. किसान आंदोलन को लेकर सत्ताधारी दल और विपक्ष फिर से आमने-सामने हैं। आगामी दिनों में शुरू होने वाले संसद सत्र को लेकर जिन 16 राजनीतिक दलों ने किसान विरोधी कानून के कारण राष्ट्रपति अभिभाषण का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है, उन्हें किसानों के पक्ष में ट्विटर से आगे चलकर सड़कों पर उतरना चाहिए। यह बात मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर लिखी है।
    एक बार फिर दिग्विजय सिंह ने संयुक्त मोर्चा बनाकर 16 दलों को सड़क पर उतरने की बात कही है। वहीं उन्होंने राजनाथ सिंह के लिए भी लिखा है कि आपने टिकैत के पक्ष में कंधे से कंधा मिलाकर किसानों के लिए संघर्ष करने का वादा किया था, अब कब करेंगे। राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले दिग्विजय सिंह ने संसद सत्र के शुरू होने के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने के निर्णय को लेकर नया सगुफा छोड़ दिया है। चर्चा में बने रहने वाले दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर किसान आंदोलन को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार को घेरने के लिए सभी 16 राजनीतिक दलों को एक साथ आने की बात कही है। उन्होंने लिखा है कि दीप सिद्धू के भाजपा से संबंधों के बारे में अब और क्या प्रमाण चाहिए, जो मैंने पहले दिन से शंका जताई थी वह सही निकली। भाजपा किसान विरोधी थी है और सदैव रहेगी। आखिर दिल्ली पुलिस को दीप सिद्धू के खिलाफ एफआईआर दर्ज करनी पड़ी। उन्होंने सवाल किया कि इस व्यक्ति को ट्रैक्टर लेकर लाल किले तक दिल्ली पुलिस ने आने क्यों दिया। लाल किले पर झंडा क्यों फहराने दिया, जो पुलिस बॉर्डर पर किसानों पर वॉक पर निकले सांसद बेरहमी से डंडे बरसा रही थी. वह दीप सिद्धू पर इतनी मेहरबान क्यों। उनका सवाल है कि क्या गृह मंत्री दिल्ली पुलिस को इसके लिए उत्तरदायी मानती है। क्या दीप सिद्धू किसी किसान संगठनों से जुड़ा रहा है। मप्र में किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस ने किसान सम्मेलन के अलावा राजभवन का घेराव भी कर चुकी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ की अगुआई में पार्टी कार्यकर्ता भोपाल के समार्ट सिटी रोड पर एकत्रित हुए थे। इस आंदोलन में भी मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, उनके बेटे जयवर्धन सिंह और कृणाल चौधरी शामिल हुए थे, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया था और इनके साथ कुछ अन्य कांग्रेसी नेताओं ने गिरफ्तारी दी थी। किसान आंदोलन को लेकर कमल नाथ ने ट्वीट कर शिवराज सरकार को निशाना साध चुके है। उन्होंने लिखा था कि मैं शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हजारों किसान भाइयों और कांग्रेसजनों पर शिवराज सरकार के इशारे पर किए गए बर्बर लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले छोडऩे, वॉटर कैनन चलाने और गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता हूँ। इस लाठीचार्ज में कई किसान भाइयों, कांग्रेसजनों, महिलाओं व मीडिया के साथियों को चोटें आई थी। उन्होंने कहा था कि किसानों के समर्थन में हमारा संघर्ष जारी रहेगा।