किसान आंदोलन से सत्ता की राह तलाशती मध्यप्रदेश कांग्रेस!


इंदौर. किसानों के भरोसे सत्ता में आई कमल नाथ सरकार एक बार फिर किसान आंदोलन के जरिए 2023 में सत्ता वापसी की राह तलाश रही है। इंदौर के देपालपुर में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्रैक्टर महारैली का आयोजन किया। इस रैली के बहाने उन्होंने किसानों के सामने अपनी सरकार के समयकाल के जनकल्याणकारी काम गिनाए। साथ ही उन्होंने आह्वान किया कि किसानों को तरक्की के रास्ते पर आने के लिए नगरीय निकाय पंचायत और आगामी विधानसभा चुनाव में सच्चाई का साथ देना होगा।

वापसी की तैयारी कर रही कांग्रेस

देशभर में जारी किसान आंदोलन के दौरान कांग्रेस एक बार फिर किसानों की मदद से सत्ता संघर्ष में जुडऩे को तैयार है। भोपाल में किसान आंदोलन के समर्थन में निकाली गई के दौरान हुए उग्र प्रदर्शन के बाद पार्टी अब किसानों के मुद्दे पर देशव्यापी आंदोलन खड़ा करना चाहती है। इसके पीछे नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव भी है। लिहाजा कांग्रेस भोपाल और इंदौर के बाद तमाम जिलों में इस आंदोलन के जरिए किसानों का एक बार फिर समर्थन में लेकर 2023 के विधानसभा चुनाव में सत्ता में वापसी की हर संभव कोशिश करने की तैयारी कर रही है।

राष्ट्रवाद के नाम पर युवा और किसानों से छलावा

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जब 2014 में सत्ता में आना था, तो उन्होंने हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन अब मोदी युवाओं की कोई बात नहीं करते। उन्होंने कहा पहले पाकिस्तान के नाम पर राष्ट्रवाद का प्रचार किया। अब अयोध्या मंदिर के लिए धन एकत्रीकरण के नाम पर कथित राष्ट्रवाद दर्शाया जा रहा है। कमलनाथ ने कहा मंदिर-मस्जिद निर्माण से युवाओं को रोजगार नहीं मिलने वाला है। इसके लिए आर्थिक गतिविधियां बढ़ानी होंगी।

शिवराज कर चुके 15 हजार झूठी घोषणाएं

कमल नाथ ने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में सौदेबाजी कर सरकार बनाने वाले शिवराज सिंह चौहान का खाना झूठ बोले बिना हजम नहीं होता। उन्होंने कहा शिवराज सिंह चौहान एक्टिंग में माहिर है और एक्टिंग के जरिए ही वह जनता को धोखा देने में जुटे हैं। कमलनाथ ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में महिलाओं पर अपराध चरम पर है। बेरोजगारी बढ़ रही है, लेकिन शिवराज सिंह चौहान को शराब से होने वाली आय की चिंता है।

निकाय चुनाव में एकजुट होकर चलने का संदेश

कमलनाथ ने किसानों की ट्रैक्टर रैली में उमड़ी भीड़ और सभी कांग्रेस नेताओं के एक मंच पर रहने के दौरान स्पष्ट संकेत दिए कि पार्टी एकजुट होकर मैदान में उतरे तो नगरीय निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव में कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।

शराब पर शिवराज सरकार का ध्यान

कमलनाथ ने आरोप लगाया कि किसानों की आवाज दबाकर शिवराज सरकार का पूरा ध्यान सिर्फ शराब पर है। फिलहाल प्रदेश में बेरोजगारों चरम पर है, महिला अत्याचारों में राज्य नंबर वन है। लेकिन शिवराज सरकार का ध्यान शराब और शराब के ठेकों पर लगा हुआ है। इसका विरोध कांग्रेस प्रदेश भर में जारी रखेगी।

कमल नाथ ने लगाए शिवराज सरकार पर आरोप

प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के देपालपुर में किसानों की ट्रैक्टर महारैली आयोजित की जा रही है। इस रैली में शामिल होते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार के तीनों कृषि कानून काले कानून हैं। इसका प्रदेश भर में गांव-गांव में विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के यह तीनों कृषि कानून देश की तरक्की के साथ गांव की तरक्की रोककर उन्हें बर्बाद करने वाले काले कानून हैं। यह बात और है कि शिवराज सरकार किसानों और गरीबों की तरक्की रोकने के कानून को लेकर किसानों का दमन कर रही है।