मैं पार्टी से नाराज नहीं हूं, अपनी जिम्मेदारी निभा रहा था : विश्नोई

भोपाल. बीजेपी विधायक अजय विश्नोई लगातार शिवराज मंत्रिमंडल पर सवाल उठाते आ रहे हैं। उनका आरोप रहा है कि कैबिनेट में महाकौशल व विंध्य क्षेत्र का प्रतिनिधित्व नहीं है। लिहाजा ये एक तरह से इन क्षेत्रों की उपेक्षा है। हाल ही में उन्होंने इस संबंध में ट्वीट भी किया था। लगातार बयानबाजी के बाद आखिरकार बीजेपी विधायक अजय विश्नोई को पार्टी संगठन में तलब किया। जिसके बाद अजय विश्नोई, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मिलने भोपाल पहुंचे। दोनों के बीच बीजेपी कार्यालय के बंद कमरे बातचीत हुई। ये चर्चा 15 से 20 मिनट चली। हालांकि इस दौरान क्या बात हुई इस पर बीजेपी विधायक ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया मुलाकात के बाद बीजेपी विधायक अजय विश्नोई ने कहा कायम हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विंध्य और महाकौशल की जिम्मेदारी संभालना चाहिए। जिससे विंध्य और महाकौशल को अपना हक मिल सके। सभी क्षेत्रों को प्रतिनिधित्व मिला है। सिवाए इन क्षेत्रों का छोड़कर। इस सवाल के जवाब में बीजेपी विधायक ने कहा कि इस बात को स्पष्ट कर दूं कि मैं इस रेस में नहीं हूं, ना ही मैंने दावेदारी है। पार्टी नेतृत्व को में साफ कर चुका है कि मैं इस पद के लायक नहीं हूं। 

    सोशल मीडिया पर बयानबाजी को प्रेशर पॉलिटिक्स से जोडऩे पर अजय विश्नोई ने कहा ऐसा बिल्कुल नहीं है। किस बात की प्रेशर पॉलिटिक्स? ये स्पष्ट है कि अब कैबिनेट विस्तार नहीं होना है। आगे दो सालों तक नहीं होना है। इसलिए लगातार मांग उठा रहा हूं कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विंध्य और महाकौशल की जिम्मेदारी संभालना चाहिए। विधानसभा चुनाव में विंध्य क्षेत्र में बीजेपी को सबसे ज्यादा सीटें मिली थीं। बावजूद इसके उचित प्रतिनिधत्व नहीं मिला। क्या इसकी वजह सिंधिया का दवाब है। सिंधिया समर्थकों के चलते इस क्षेत्र के प्रतिनिधियों को जगह नहीं मिली? इन सवालों पर बीजेपी विधायक ने कहा कि इस पर मैं कुछ नहीं कह सकता। इसका जवाब मुख्यमंत्री दे सकते हैं या फिर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा। ऐसा कहा जा रहा है कि पूर्व मंत्री अजय विश्नोई शिवराज मंत्रिमंडल में मंत्री बनना चाहते थे। मंत्री ना बन पाने का दुख अजय विश्नोई के अंदर साफ देखा जा रहा है। यही वजह है कि लगातार ट्विटर और पत्र के माध्यम से अजय विश्नोई अपनी नाराजगी संगठन और सरकार के सामने जता रहे हैं। सिधिया समर्थक दो विधायकों के मंत्री पद की शपथ लेने के बाद अजय विश्नोई ने ट्वीट किया था और अब प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री को बधाई दी थी। साथ ही कटाक्ष किया था कि नए साल की प्रथम वर्षगांठ पर अपने वायदे के अनुसार जबलपुर और रीवा जिले का प्रभार स्वयं ग्रहण करें।