बागियों ने बढ़ाई बीजेपी की बेचैनी, कोई नाम वापस लेने के मूड में नहीं

बिलासपुर. बिलासपुर में कई जिला परिषद वार्डों में बागियों की बगावत से संभावित नुकसान को भांपते हुए बीजेपी ने तेवर कड़े कर लिए हैं। नामांकन वापस लेने और पार्टी समर्थित प्रत्याशियों के पक्ष में काम करने के लिए सभी नेता व विधायक बागियों को मनाने के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन यदि नहीं मानते हैं, तो प्रदेश हाईकमान के आगामी आदेशों के आधार पर अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाए जाने की भी तैयारी है। फिलहाल, जिलाध्यक्ष स्वतंत्र सांख्यान ने बागियों की सूचना प्रदेश हाईकमान को प्रेषित कर दी है। बिलासपुर जिला में बीजेपी ने सभी 14 वाडों से पार्टी समर्थित प्रत्याशी उतारे हैं। पार्टी का कहना है कि ब्लॉक स्तर पर गठित कमेटियों की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर ही जिताऊ एवं योग्य उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया है, लेकिन कई ऐसे वार्ड हैं, जहां पार्टी समर्थित के अलावा अपने ही कई उम्मीदवार खड़े हो जाने से नुकसान की संभावना बन गई है। फिलवक्त पार्टी के जिलाध्यक्ष और विधायकों सहित वरिष्ठ नेता व पदाधिकारी बागियों को मनाने के लिए कोशिश कर रहे हैं। बावजूद इसके अभी तक कहां से भी किसी उम्मीदवार के नाम वापस लेने की कोई खबर नहीं है। यदि बागी नहीं मानते हैं, तो पार्टी के लिए सीटें निकालना बड़ी चुनौती बन जाएगा। बीजेपी ने पार्टी समर्थित कैडिडेट दिए हैं, जिनमें जिला परिषद के हटवाड़वार्ड से मदन धीमान, डंगार से कुलतार पटियाल, कठेडा से विमला देवी, ननावां से राजेंद्र प्रसाद, बरठीं से ऊषा ठाकुर, बैहनाब्राह्मणा से कमलेश कुमारी, जेजवीं कुलदीप खजूरिया, बैहनाजड़ां शैलजा कुमारी, बामटा से राकेश ठाकर, बरमाणा से रजनी देवी, नम्होल से प्रेम सिंह ठाकुर, जुखाला से सत्या ठाकुर, स्वाहण से मान सिंह धीमान और कोटखास से नीलम कुमारी शामिल हैं। पार्टी का समर्थन न मिलने की वजह से कई लोगों ने नामांकन कर दिए हैं, जिससे कई वार्डों में बीजेपी को बगावत से नुकसान का खतरा बन गया है। हालांकि संभावित खतरे से पार पाने के लिए पार्टी के जिलाध्यक्ष स्वतंत्र सांख्यान, सदर विधायक सुभाष ठाकुर, घुमारवीं से विधायक राजेंद्र गर्ग और नयनादेवी से पूर्व विधायक एवं प्रदेश मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा बागियों को मनाने के लिए जोर लगा रहे हैं।

जिलाध्यक्ष ने हाईकमान तक पहुंचाया मामला

कल दिन भर पार्टी के जिलाध्यक्ष स्वती सांख्यानने बागियों को मनाने की कोशिश की और फोन के जरिए नाम वापस लेने का आग्रह किया और पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करने का भी आह्वान किया। अब इसका कितना असर होता है, यह तो छह जनवरी को नामांकन वापसी के दिन ही साफ होगा मगर जिलाध्यक्ष स्वक्ता सांख्यान ने बागियों की सूची तैयार कर पार्टी की प्रदेश हाईकमान को प्रेषित कर दी है। स्वतंत्र सांख्यान का कहना है कि हम सभी बागियों को मनाने की कोशिश कर रहे हैं। इस बाबत प्रदेश हाईकमान को भी सूचित कर दिया गया है। जैसे ही उस ओर से आदेश आएंगे, बागियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।