सिक्के की खनक में खामोशी से रुपये लूट गये "जादूगर"

बजरंग की चतुराई में फंसे निवेशक


जगदीश जोशी 'प्रचंड'


इंदौर/हैदराबाद. बिटकॉइन की बढ़ती कीमत के बीच टोकन और फर्जी कॉइन बेचने वाले जादूगरों ने एक बार फिर निवेश करने वाले भोले भाले लोगों को लूट लिया और हर बार की तरह इस बार भी शासन-प्रशासन को कोई भनक तक नहीं लगी।

कॉइल कॉइन को डेढ़ से दो रुपये में बेचने वाले जादूगर सुभाष झवरिया और उसकी लुटेरी गैंग लोगों को कॉइन की कीमत बढऩे पर बेचने और लाखों कमाने का ख्वाब दिखाकर रफूचक्कर हो गई।

शासन ने भले ही एक उम्दा अफसर एडीजी राजेंद्र मिश्रा के साथ ऐसे फ्राड को रोकने के लिए टीम लगा रखी हो पर समन्वय के अभाव में कुछ दिनों पहले मास्टर माइंड समीर अग्रवाल और उसके खिलाड़ी ठगोरे बजरंग तिवारी ने प्रदेश के एक मजदूर संगठन के अधिकारी व उसके हम प्याला शम्भू सिंग के सहारे मंदसौर, कटनी, जबलपुर सहित हरियाणा में ब्लू शेयर को बेचकर करोड़ से अधिक की ठगी को अंजाम दे दिया।

ब्लू शेयर टोकन को जारी करने वाले समीर अग्रवाल के अनुसार उसने मध्यप्रदेश में एक अधिकारी सहित उसके सहयोगी को कॉइन एक रुपये पिछत्तर पैसे में बेचा था, लेकिन अपनी जुगाड़ लगाकर इन ठगोरों ने इसी कॉइन को पच्चीस रुपये से पचास रुपये तक के प्रारंभिक मुनाफे के साथ इस दावे के साथ बेच दिया कि आने वाले दो माह में यह कॉइन विन्डेक्स और जेब पे पर दो सौ से पांच सौ रुपये में बिकेगा। मल्टीलेवल कम्पनियों में अपना पैसा लुटाए लोगों ने मुनाफा मिलने की आस और कर्ज पटाने की गरज से कॉइन हजारों की संख्या में खरीद लिये, लेकिन समय आने पर ब्लू शेयर कॉइन खरीदने की कीमत से भी कई गुना नीचे के भाव से बिक रहा है 20 रुपये की खरीदारी का कॉइन विन्डेक्स पर माईनस 75 रुपये तो कभी 2 रुपये की लेवाली बता रहा है।


 

कम्पनी के कॉइन को भारत मे प्रमोट करने वाले समीर अग्रवाल को नजरअंदाज कर भी दिया जाए तो उसके हम प्याला बजरंग तिवारी और भोपाली टीम की चालबाजी के चक्रव्यूह में चवन्नी को टोकन करोड़ों रुपयों की ठगी कर गया। हालांकि ठगाए लोगों ने नीमच केंट थाना में शिकायत कर ठगोरों के खिलाफ कार्यवाही करने की गुहार लगाई है, लेकिन फ्रॉड शाखा के एडीजी और उनकी चुस्त-दुरुस्त टीम पुराने चिटफंड कंपनियों के मामलों को निपटाने में लगी है।

बहरहाल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री यदा-कदा अपने भाषणों में चेतावनी देते रहे हैं कि जादूगरी करने वाले ठगोरों को बख्शा नही जाएगा और इस तरह का फ्रॉड करने वाले लोगों पर शिकंजा कसने के लिए अफसरों को ट्रेंड किया जा रहा है, लेकिन यह दावा भी अब जुमला लगता है।