निकाय चुनाव को लेकर युवक कांग्रेस बनाएगी जिला प्रभारी

भोपाल. विधानसभा चुनाव-2023 की तैयारी में जुटी कांग्रेस को बूथ स्तर पर मजबूत करने का काम युवक कांग्रेस करेगी। नगरीय निकाय को विधानसभा का सेमीफाइनल बताने वाले कमल नाथ की बात को युवक कांग्रेस ने गंभीरता से लिया है और निकाय चुनाव के लिए जिला स्तर पर प्रभारी नियुक्त करने की कवायद शुरू कर दी है। इतना ही नहीं, कमल नाथ द्वारा अनुशासन समिति का गठन करने के बाद युवक कांग्रेस ने भी अब पार्टी संगठन में अनुशासनहीनता पर लगाम कसने की तैयारी में है। इसकी शुरूआत मप्र में यूथ कांग्रेस से हो रही है। संगठन ने गाइड लाइन जारी कर दी है कि जिसने भी पार्टी का अनुशासन तोड़ा तो फौरन उसे संगठन से बाहर निकाल दिया जाएगा। कांग्रेस और उससे जुड़े संगठनों के कार्यक्रमों में अनुशासनहीनता पर उठने वाले सवाल पर अब यूथ कांग्रेस विराम लगाने की तैयारी जुट गई है। यूथ कांग्रेस ने तय किया है कि संगठन में अनुशासनहीनता और निष्क्रियता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। निष्क्रिय, अनुशासनहीनता करने वाले पदाधिकारियों को तत्काल हटा दिया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस दफ्तर में नवनिर्वाचित प्रदेश पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों की बैठक में यूथ कांग्रेस के नव निर्वाचित अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने संगठन की नई गाइड लाइन जारी की है। उन्होंने कहा कि यूथ कांग्रेस के पदाधिकारियों को राजनीतिक कार्यक्रम के साथ ही रचनात्मक और सामाजिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए युवाओं को जोडऩा होगा। महंगाई, बेरोजगारी और बिजली सहित किसानों के मुद्दों पर यूथ कांग्रेस लड़ाई लड़ेगी। जिलों में संगठन के जो पद खाली हैं, वो अगले 15 दिन में भर दिये जाएंगे। साथ ही नगरीय निकाय चुनाव को लेकर जिला स्तर पर प्रभारी नियुक्त किए जाएंगे। प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में यूथ कांग्रेस को ब्लॉक स्तर पर मजबूत बनाने पर भी चर्चा हुई। कांग्रेस ने 16 में से 12 निगर निगमों के प्रभारी घोषित कर दिए। इन नगर निगमों में पूर्व मंत्रियों को जिम्मा सौंपा है। सूची में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह का नाम नहीं है। नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषद के चुनाव में प्रत्याशी चयन और चुनावी रणनीति के लिए जिला कांग्रेस इकाइयों और स्थानीय कांग्रेस नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिलों में जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में प्रत्याशी चयन समिति बनाई गई है, जिसमें उस क्षेत्र के विधायक और प्रत्याशी 2018 चुनाव, सांसद और प्रत्याशी 2019, प्रतिपक्ष के नेता, मोर्चा संगठन के जिला अध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस के तय किए गए प्रभारी शामिल हैं। प्रत्याशी चयन करने के लिए बनाई गई हर समिति में एक महिला सदस्य शामिल किया गया है। सहप्रभारी में महापौर पद के टिकट की दावेदार नेत्रियां भी हैं। समिति को स्पष्ट निर्देश हैं कि पैनल की बजाय सर्वसम्मति से एक नाम तय कर पीसीसी को दें।