शुभ मुहूर्त पर मुंडन से खत्म हो जाते हैं पुराने बंधन

सनातन धर्म में मुंडन संस्कार का विशेष महत्व है। सनातन धर्म में शादी-ब्याह, जन्म, मृत्यु, नामकरण, मुंडन जैसे मौके पर कुछ परंपराएं होती हैं, जिनका पालन करना बहुत ही जरूरी होता है। मुंडन को सनातन धर्म का आठवां संस्कार कहा गया है। इसे चूडाकर्म संस्कार भी कहा जाता है। सनातन धर्म में मुंडन करना एक महत्वपूर्ण परंपरा है जो सदियों से चली आ रही है। ऐसी मान्यता है कि बच्चे के मुंडन से बाद वह अपनी पुरानी जिन्दगी के बंधनों से मुक्त हो जाता है। ये भी कहा गया है कि शिशु जब मां के गर्भ से बाहर आता है तो उसे केश अशुद्ध होते हैं। केशों । की शुद्धि के लिए मुंडन संस्कार साल की उम्र पूरी होने के बाद । मुंडन करवाया जाता है। इस दौरान बच्चे का सिर गंजा किया जाता है, उसे पर हल्दी लगाई जाती है और कुल देवता के मदिर में ले जाया जाता है। इसके बाद पूजा-पाठ किया जाता है और पंडितों तथा अपने रिश्तेदारों को भोजन करवाया जाता है। आइए जानते है कि इस साल 2021 में पडऩे वाले मुडन संस्कारों के मुहूर्त के बारें में।। बच्चों की उम्र 1 साल से 3 साल की उम्र होने पर बच्चों का मुंडन करवा देना चाहिए। मान्यता है कि मुंडन संस्कार के बच्चे में उसके बालों के साथ कुसंस्कारों का शमन हो जाता है। मुंडन । संस्कार की तारीख और समय तय करने से पहले शिश की कंडली दिखाकर मुहूर्त जरूर जान लेना चाहिए। ब्राह्मण तथा वैश्य के हिसाब से मुहर्त का अंतर हो सकता है। 

शुभदिन और शुभ समय

  • - 22 फरवरी 2021 दिन सोमवार की सुबह 06 बजकर 5३ मिनट से 10 बजकर 58 मिनट तक।
  • -24 फरवरी 2021 दिन बुधवार की शाम 06 बजकर 07 मिनट से ३ बजकर 51 मिनट तक।
  • -25 फरवरी 2021 दिन गुरुवार की सुबह 06 बजकर 50 मिनट से पूरा दिन।
  • -0३ मार्च 2021 दिन बुधवार की सुबह 06 बजकर 44 मिनट से पूरा दिन।
  • -10 मार्च 2021 दिन बुधवार की दोपहर 02 बजकर 42 मिनट से।
  • -11 मार्च 2021 दिन गुरुवार की सुबह 06 बजकर ३6 मिनट से 14 बजकर 41 मिनट तक।
  • -24 मार्च 2021 दिन बुधवार की सुबह 06 बजकर 21 मिनट से 2३ बजकर 1३ मिनट तक।
  • -29 मार्च 2021 दिन सोमवार की शाम 05 बजकर 56 मिनट से।
  • -07 अप्रैल 2021 दिन बुधवार की सुबह 06 बजकर 05 मिनट से।
  • -19 अप्रैल 2021 दिन सोमवार की सुबह 05 बजकर 52 मिनट से।
  • -26 अप्रैल 2021 दिन सोमवार की दोपहर 12 बजकर 46 मिनट से।
  • -29 अप्रैल 2021 दिन गुरुवार की दोपरह 02 बजकर ३0 मिनट से रात 10 बजकर 12 मिनट तक।
  • -0३ मई 2021 दिन सोमवार की सुबह 08 बजकर 22 मिनट से दोपहर 01 बजकर 41 मिनट तक।
  • -05 मई 2021 दिन बुधवार की दोपहर 01 बजकर 24 मिनट से (वैशाख कृष्ण 9, शतभिषा नक्षत्र,
  • कुंभस्थ चंद्र)।
  • -06 मई 2021 दिन गुरुवार की सुबह 05 बजकर ३6 मिनट से 10 बजकर ३2 मिनट तक।
  • -14 मई 2021 दिन शुक्रवार की सुबह 05 बजकर 44 मिनट से (वैशाख शुल ३, अक्षय तृतीया, मृगशिरा, वृषभस्थ चंद्र)।
  • -17 मई 2021 दिन सोमवार की सुबह 05 बजकर 29 मिनट से 11 बजकर ३6 मिनट तक।
  • -24 मई 2021 दिन सोमवार की सुबह 05 बजकर 26 मिनट से (वैशाख शुल 1३, स्वाति, तुलास्थ
  • चंद्र)।
  • -27 मई 2021 दिन गुरुवार की दोपहर 01 बजकर 04 मिनट से रात 10 बजकर 29 मिनट तक।
  • -21 जून 2021 दिन सोमवार की सुबह 05 बजकर 2३ मिनट से दोपहर 01 बजकर ३३ मिनट तक।
  • -28 जून 2021 दिन सोमवार की सुबह 02 बजकर 18 मिनट से।
  • -07 जुलाई 2021 दिन बुधवार की शाम 06 बजकर 19 मिनट से।