नगरीय निकाय चुनाव के रिजल्ट से तय होगी मध्यप्रदेश की विधानसभा 2023 की राह

सेमीफाइनल में आमने-सामने दिखेंगे शिवराज और कमल नाथ




भोपाल. मध्य प्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नगरीय निकाय चुनाव को सेमीफाइनल के तौर पर लड़ा जाएगा। इसको लेकर बीजेपी और कांग्रेस ने निकाय चुनाव को लेकर दौरा कार्यक्रम तय कर लिए हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान के 13 जनवरी से शुरू होने वाले शहरी इलाकों के दौरा कार्यक्रम के जवाब में कांग्रेस पार्टी ने भी अपने स्टार कैपेनर कमलनाथ को निकाय चुनाव में उतारने की तैयारी कर ली है। 28 सीटों के उपचुनाव से सबक लेते हुए कांग्रेस ने निकाय चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले कमलनाथ के शहरी इलाकों में दौरे कार्यक्रम बनाना शुरू कर दिया है। कांग्रेस पार्टी ने शुरुआती तौर पर जो कार्यक्रम तय किए हैं, उसमें कमलनाथ 12 जनवरी को धार पहुंचेंगे, जहां यूथ कांग्रेस के होने वाले ट्रेनिंग कार्यक्रम के बहाने वह धार में निकाय चुनाव को लेकर माहौल बनाने की कोशिश करेंगे। कमलनाथ 16 जनवरी को छिंदवाड़ा, 19 जनवरी को बालाघाट और सिवनी, फिर 20 जनवरी को मुरैना पहुंचकर किसान आंदोलन के बहाने निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करेंगे। कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा के मुताबिक कांग्रेस पार्टी ने स्टार प्रचारक कमलनाथ के दौरा कार्यक्रम तय कर दिए हैं। जनवरी में नगरी निकाय में पहुंचकर कमलनाथ पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ाने का काम करेंगे और फरवरी महीने में ताबड़तोड़ दौरे कार्यक्रम होंगे वहीं बीजेपी पहले ही सीएम शिवराज के शहरी इलाकों के कार्यक्रम घोषित कर चुकी है। बीजेपी के तय कार्यक्रम के मुताबिक सीएम शिवराज 13 जनवरी को महाकाल की नगरी उज्जैन से इसकी शुरुआत करेंगे। सीएम शिवराज के सभी 16 नगर निगम में दौरे होंगे। सीएम शिवराज के नगरीय इलाकों के दौरे कार्यक्रम के बाद कमलनाथ के जारी दौरा कार्यक्रम पर बीजेपी ने कांग्रेस पर तंज कसा है। बीजेपी के नेता और पूर्व मंत्री उमाशंकर गुमा का कहना है कि कांग्रेस पार्टी शहरी इलाकों में कहीं पर भी बीजेपी के आगे नहीं टिकती है। ऐसे में कमलनाथ के दौरा कार्यक्रम से अब कुछ नहीं बदलने वाला है।
बहरहाल प्रदेश में नगरी निकाय के चुनाव 3 महीने के लिए टाल दिए गए हैं। मार्च महीने के बाद नगरी निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान होना संभावित है। लेकिन उससे पहले शहरी इलाकों की जनता को फीलगड कराने की कोशिश में बीजेपी जुट गई है तो इसके जवाब में बीजेपी के कब्जे वाली नगरी निकायों में पहुंचकर कांग्रेस पार्टी सत्ता पक्ष को आईना दिखाने की तैयारी में जुट गई है।