कश्मीर में आतंकवाद पर भारी पड़ा मतदान को लेकर लोगों का उत्साह

 जम्मू. कश्मीर में मतदान को लेकर लोगों में दिखा। उत्साह ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब यहां आतंकवाद का दबदबा नहीं रहेगा। पहले चरण के बाद कश्मीर के लोग जिस तरह दूसरे चरण के चुनाव में मतदान के लिए आगे आ रहे थे। उसने आतंकवादी संगठनों व अलगावादियों को यह स्पष्ट कर दिया है कि अब कश्मीर में उनकी नहीं चलेगी। अब घाटी में वही होगा, जो यहां के लोग चाहेंगे और लोग विकास के साथ अमन-चैन और भाईचारा चाहते हैं। कश्मीर घाटी में सुबह 7 बजे जब मतदान केंद्रों में मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई तो इक्का-दुक्का लोग ही मतदान केंद्रों में पहुंच रहे थे, परंतु जब जैसे-जैसे सूरज की गर्मी सर्दी को कम कर रही थी, लोगों में भी मतदान को लेकर गरमाहट हो गई। मतदान केंद्रों में लोगों की कतारें नजर आईं। हैरत की बात यह है कि जिन इलाकों में आतंकवादियों का दबदबा था, वहां भी लोग अपने घरों से निकल मतदान केंद्रों में पहुंच रहे थे। वहीं प्रशासन ने भी यहां शांतिपूर्वक चुनाव करवाने के लिए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हुए थे। जम्मु संभाग के 18 व कश्मीर संभाग के 25 जिलों में मतदान के लिए बनाए गए 2142 मतदान केंद्रों में सुबह से ही लोगों का आना जारी रहा। दूसरे चरण में 43 सीटों पर हो रहे चुनाव में 321 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें 196 कश्मीर, जबकि 125 जम्मु संभाग से थे। कोरोना महामारी को देखते हुए मतदान केंद्रों में इसकी रोकथाम के लिए जरूरी दिशा-निर्देशों का भी पालन किया जा रहा था।