डिजीटल मार्केटिंग प्रोजेक्ट पर आधा दर्जन देशों को पटकनी देकर शहर की बेटी प्रियल ने युनिस्को में कीर्ति पताका लहराया

नागदा। शहर की एक बेटी प्रियल पिता राहुल भंडारी निवासी बिरलाग्राम ने डिजीटल मार्केटिंग में युनिस्को में अपनी कीर्ति पताका लहराया। बकौल प्रियल इंटरनेशनल डिजीटल मार्केटिंग के क्षेत्र में अपना अनुभव बनाते का अवसर देहरादून के एक स्कूल के माध्यम से मिला, जो युनिस्को द्वारा एफीलेटेड था। डिजीटल मार्केटिंग के लिए इंडोनेशिया में प्रोजेक्ट चल रहा था जिसमें देशभर से लगभग 50 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने शामिल होने के लिए पंजीयन कराया था, लेकिन प्रोजेक्टर के आधार पर प्रियल सहित दो अन्य का चयन हुआ था। जिसमें इंडोनेशिया, फ्रांस, स्पेन, युनएओ, पाकिस्तान सहित आधा दर्जन से अधिक देशों के लगभग 21 प्रतिभागियों ने शामिल होकर इंटरनेशनल डिजीटल मार्केटिंग पर प्रोजेक्ट पर काम किया। प्रियल के अनुसार इंडोनेशिया में हैंडीक्रा ट पर आधारित अधिकांश उद्योग है ऐसे में डिजीटल मार्केटिंग के माध्यम से कस्टमर खोजने से लेकर मटेरियल की बिक्री तक चुनौती पूर्ण कार्य रहा। लगभग आधा दर्जन देशों के 21 प्रतिभागियों में प्रियल को सर्वश्रेष्ठ अवार्ड से आईसेक्ट के वाईस प्रेसीडेंंट जाकीर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने सम्मानित किया। प्रियल ने अपनी इस उपलब्धि क श्रेय अपने परिजनों को दिया। प्रियल के नागदा आगमन पर उनके इष्टमित्रों व सहपाठियों ने स्वागत किया। प्रियल ने प्राथमिक से लेकर हायर सेकंड्री तक की शिक्षा ग्रेसिम के एबीपीएस स्कूल में ग्रहण की। उच्च शिक्षा इंदौर व देहरादून में की।