इंदौर|| जगदीश जोशी 'प्रचंड'
मोदी सरकार ने भले ही लाख कानून बनाए हो मल्टीलेवल मार्केटिंग में कसावट को लेकर लेकिन कम्पनियों के 'जादूगरों' का जादुई गणित लोगो को रातोंरात करोड़पति बनाने का ख्वाब दिखा रहा है।इस गणित ने सोशल मीडिया पर सरपट दौड लगा रखी है और लोग हजारो में लाखों का गणित करने में लगे हैं।सरकार के जिम्मेदार विभाग एक बार फिर मिलीभगत के चलते कानों में रुई डालकर कुम्भकर्णीय नींद में है।
pearlvine कम्पनी के प्लान को लेकर सोशल मीडिया पर उपापोह की स्थिति बनी हुई है रातो रात करोड़ के कारोबार में निवेश करने वाले को लाखों रुपये मिलने के लुभावने दावे पर सरकार का नियम काम नही कर रहा है उपभोक्ताओं को लालच या अन्य अप्रत्याशित आकर्षक देकर जोड़ने की कवायद में सरकारी के कानून की धज्जियाँ उड़ा कर रख दी है।
देश भर के अधिकांश राज्यों में फैला इस कम्पनी का कारोबार अपनी योजना के बल पर चलने के बजाय "लालच की गठरी" को खोलने पर चल रहा है।(क्रमशः)
कभी भी हाँफ कर बैठ सकते हैं pearlvine के जादूगर...!