वेलांकयी तमिलनाडु राज्य में बसा हुशा एक छोटा सा शटर है। वह तमिलनाडु के कोरोमंडलारपा नागपट्टिनम के 12 किमी दक्षिण में स्थित है। यहां मौजूद तीस्वान वेलांकली है जो कि लेडी ऑफठेल्या जिन्हें वर्जिन मैरी भी करते हैं, को समर्पित हैं। रोगियों को दूर करने की क्षमता के कारण यह स्थानबेठद लोकप्रिय है। वर्जिन गैरी के बारे में माना जाता था कि वह चमत्कारी अवार कर सकती थी। उनके पति हमारी आस्वा 16वीं शताब्दी के कुछ जाने माने चमत्कार के किस्सों से जुड़ी है। सन 1560 में वर्जिन मैरी ने एक कवठे से शिशु बीच की प्यास बुझाने के लिए उससे टूयमांगा। जब वह वरवाला यह नेक काम करने के बाद अपने गुरु के पास पहुंचा तो उसका नाट्य से माता रवा नतीजतन वटा पर एक छोटा समिजार बनवा दिया गया। 16वीं शताब्दी में एक बार फिर वर्जिन मैरी एक लंगड़े बच्चे के सामने प्रकट हुई जिसके बाद से वह लड़का ठीक हो गया तबइन किरसों के बाद वर्जिन मैरीका यह वर्व बेसिलिका बनवाया गया। इस सिलिका वर्ष में वर्जिन मैरी से अका स्वास्थ्य पाने के लिए कई तरह के रीति-विजड़े हुए हैं जैसे कि यदि किसी को दिल की बीमारी है तोवळ यहां दिल के आम की केंदलवाता है। ऐसा माना जाता है कि जब यहां पर पाना करने के बाद किसी की बीमारी ठीकठो रही हो तो वह अपने शरीर के बीमार अंगों से मिलते जुलते सेने और चांदी की प्रतिकृति बनाते हैं। इस वर्ष में एक छोटा सा संशयालय भी है जहां जिन लोगों की पाना स्वीकार कर ली गई तो उनके द्वारा वर्ष में चलाए गए मेंट की प्रदर्शनी लगी है।