इंदौर में गुपचुप फल-फूल रही है वेश्यावृत्ति?

इदौर। अचानक मिली आजादी, शहर की गुमनामी, मोबाइल फोन की 24 घंटे की सँसरमुक्त उपलब्धता, सेक्स के मामले में प्रयोग करने वाले दोस्तों के साथ रहना और टिंडर जैसे डेटिंग ऐप की भीड़ ने सेक्स के मामले में खुला रवैया पैदा किया है।


 


इंदौर मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी भी कहा जाता है। पिछले कुछ सालों में इंदौर का तेजी से बढ़ा है। इंदौर में अब नए-नए , मल्टीप्लेक्स बनने, बड़े फार्महाउस महंगे रियल एस्टेट देखे जा सकते हैं। के लोग इस शहर को मिनी बॉम्बे भी कहते हैं क्योंकि मुंबई से इसके गहरे व्यापारिक रिश्ते हैं। इसके अलावा इंदौर के बहुत लोगों का मुंबई आना-जाना आम बातहै। कहा जाता है कि इंदौर के लोगों को पैसा - कमाना ही नहीं बल्कि उसे कैसे और कहां खर्च करना है. ये भी अच्छे से पता है शहर - के हवाई अड़े से रोजाना सौ से ज्यादा उड़ानें हैं। इसमें खास बात यह है कि मंबई सेआने-जाने वाली उड़ानों में खास तौर पर वीकेंड में कुछ चुनिंदा देशों के यात्रियों कीतादाद खासी होती है। ये वे देश हैं जिनमें से ज्यादातर की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत रही है लेकिन वहां अब हालात ढलान पर हैं।


हनी ट्रैप की तरह एक और गिरोह सक्रिय


जाप हनी ट्रैप की तरह ही बलैकमेलिंग करने वाला एक RTE सक्रिय है। इन आरोपितों के हाथ कई और लोग मीठो गए हैं। शोरुम संचालक से आरोपितों हाल ही में दोस्ती की और फिर उसे फंसाने के लिए पूरी साजिश रची। उन्होंने युवती के साथ अंतरंग पलों के वीडियो बना लिए। पुलिस दोनों आरोपितों को तलाश रही है। उनके पकड़े जाने से बड़े मुलासे होने की उम्मीद जताई जा रही है।वंदन नगर पुलिस के अनुसार शोरुम संचालक राजेश की शिकायत पर दुर्गेश और एक युवती के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपित दुर्गेश ने राजेश खुवती को मिलाया था। इसके बाद से उसे बहाने से फूटी कोठी के पास एक पलेट में बलावा और कां पर उनके वीडियो बना लिए थे। इसी वीडियो के दम पर आरोपित उसे ब्लैकमेल कर रहे थेआरोपितों ने एक बार तो रुपए ले लिए थे, लेकिन जस दोबारा मांगे तो उसने शिकायत की।


छात्राओं पर डेट पर चलने का दबाव बना रहा टीचर, एक ने छोड़ा कॉलेज


मध्यप्रदेश के इंदौर के श्री वैष्णव पॉलिटेक्निक कॉलेज की कुछ छात्राओं ने अध्यापक पर आरोप लगाया हैकिक उनके ऊपर अपने साथ फिल्म देखने, लंच डेट पर चलने के लिए दवाव बना रहे है। बिना पहचान बताए लड़कियों का कहना है, इस दवाव की रणनीतिक से तंग आकर एक लड़की ने कुछ महीने पहले शहर के दूसरे कॉलेज में स्थानांतरण करवा लिया छात्राओं का दावा है कि वापकलेख में अकेले लेने पर उनके सारा छेड़छाड़ करने की कोशिश करता है। सूत्रों के अनुसार कुछ लड़कियों ने कॉलेज प्रबंधन से अध्यापक के खिलाफ शिकायत की लेकिन इस मामले को क्या दिया गया। श्री वैष्णव पॉलिटेक्निक कॉलेज सरकार द्वारा सहायता प्राप्त कॉलेज है।