मध्यप्रदेश में यूथ कांग्रेस के चुनाव से खड़ी होगी युवा ब्रिगेड

भोपाल. मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के संगठन चुनाव 10 से 12 दिसंबर तक होंगे। संगठन ने मतदान की तारीखें घोषित कर दी हैं। इन तीन दिनों में लोकसभा अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष, जिला महासचिव, प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश महासचिव के लिए मतदान होगा। मतदान प्रक्रिया ऑनलाइन होगी और इसके लिए यूथ कांग्रेस इलेक्शन आर्थिरिटी ने गाइड लाइन जारी की है। गाइड लाइन में रजिस्टर्ड मतदाता किस तरह और कैसे मतदान कर सकते है, इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई है। यूथ कांग्रेस इलेक्शन आर्थिरिटी द्वारा जारी की गई गाइड लाइन में बताया गया है कि वोटिंग 10 से 12 दिसंबर तक सुबह 8 से शाम 4 बजे तक होगी। इसके लिए एप बनाया गया है। इस एप को गुगल प्ले स्टोर से अपने मोबाइल में डाउनलोड करना होगा। गुगल प्ले स्टोर पर आईवॉयसी सेल्फ वोटिंग एन डाउनलोड करना है। एक मतदाता पांच मत डालेगा। मतदान में कोई फर्जीवाड़ा न हो इसलिए मतदाता के पंजीकृत मोबाइल पर ओटीपी भेजा जाएगा। इसके माध्यम से ही मतदान के लिए लिंक खुलेगी। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा और विपिन वानखेड़े सहित 12 दावेदार मैदान में हैं। चुनाव परिणाम की घोषणा की तारीख अलग से तय होगी। युवा कांग्रेस के चुनाव प्रभारी मकसूद मिर्जा ने बताया कि 15 दिसंबर से पहले संगठन चुनाव प्रक्रिया पूरी की जानी है। इसे मद्देनजर रखते हुए 10, 11 और 12 दिसंबर को मतदान कराने का निर्णय लिया गया है। भोपाल, जबलपर, ग्वालियर और इंदौर जोन बनाकर मतदान कराए जा सकते हैं। इसका निर्णय एक-दो दिन में हो जाएगा। एक मतदाता पांच मत डालेगा। एक मोबाइल से पांच मत डाले जाएंगे, लेकिन प्रत्येक मतदाता का ओटीपी अलग-अलग होगा। इसे दर्ज कराने के बाद ही एप के माध्यम से मतदान हो सकेगा। संशोधित मतदाता सूची के अनुसार सक्रिय मतदाताओं की संख्या साढ़े तीन लाख से अधिक है। सूची में संशोधन के लिए यह प्रविधान भी रखा गया है कि मतदान के पहले तक यदि यह प्रमाणित होता है कि मतदाता ने संगठन छोड़ दिया है या पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिस है तो उसकी सदस्यता समाप्त की जा सकती है। प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ग्वालियर, चंबल सहित अन्य संभागों में युवाओं ने पार्टी छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली है। भाजपा में गए कुछ युवा संगठन चुनाव के लिए मतदाता भी हैं। ऐसे लोगों की पहचान करके उनके नाम हटाने की कार्रवाई अभी चल रही है।

समर्थन हासिल करने में जुटे दावेदार

प्रदेश अध्यक्ष पद के दावेदार मतदाताओं का समर्थन हासिल करने में जुट गए हैं। ट्विटर, फेसबुक और वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से प्रचार हो रहा है। पूर्व मंत्री कांतिलाल भूरिया के पुत्र विक्रांत भूरिया और पूर्व मंत्री लाखन सिंह वादव के भतीजे संजय यादव ने सदस्यों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। भूरिया को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का समर्थन हासिल है। वहीं यादव को युकां के पूर्व प्रदेश वा जीतू पटवारी और मौजूदा अध्यक्ष कुणाल चौधरी की टीम का साथ मिल रहा है। विपिन वानखेड़े और विवेक त्रिपाठी के साथ एनएसयूआइ को टीम है, जो अब युकां कांग्रेस में आ गई है।