जबलपुर. पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने कृषि कानूनों के बहाने केन्द्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि कॉर्पोरेट हाउस को फायदा पहुंचाने के लिए केन्द्र ये कानून लाई है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि कृषि कानूनों को लाने के पीछे केन्द्र की मंशा अरबपति उद्योगपतियों को कृषि क्षेत्र में एंट्री देना है। मंडी पर कानून बनाना राज्य सरकार के अधीन होता है। इसलिए वहां आसानी से बड़े उद्योगपति नहीं जा सकते। आब कानून बनाकर केन्द्र कृषि क्षेत्र को बड़े उद्योपतियों के लिए खोलना चाहता है। जिससे किसान बड़े कारोबारियों का आर्थिक रूप से गुलाम बन जाएगा। दिग्विजय सिंह ने इस आंदोलन के लिए किसानों को बधाई थी और कांग्रेस पार्टी का समर्थन जताया दिग्विजय सिंह ने कहा कि जो लोग किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं, उनको परेशान किया जा रहा है। हाल ही में कॉलेज छात्रा दिशा रवि पर देशद्रोह के तहत केस दर्ज करने को दिग्विजय सिंह ने गलत करार दिया पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि जब घर में आर्थिक संकट आ जाता है, उस समय के घर में रखे जेवर-जमीन संपत्ति बेची जाती है। कांग्रेस ने 70 साल में नवरत्न कपनियां तैयार की थी, अब उन्हें बेचा जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि 2014 से 2021 के बीच आर्थिक हालात इतने खराब हो गए हैं, कि बांग्लादेश की ग्रोथ रेट भारत से बेहतर हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि श्री राम का मंदिर बने, इसमे किसी को आपत्ति नहीं है। लेकिन चन्दा वसूली का अधिकार न्यास ने किसको दिया है। इसकी कोई अधिकृत जानकारी नहीं है। दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि कुछ जगहों पर जबरन चन्दा वसूला जा रहा है।
मोदी सरकार पर बरसे दिग्विजय