दिल्ली की सीमाओं को घर मानकर डटे रहेंगे किसान

गाजियाबाद. कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी पर कानून बनाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसान आज देश भर में लोहड़ी पर कृषि कानूनों की कॉपी जलाएंगे। यूपी गेट पर किसानों की तरफ से कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। किसानों ने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार कोर्ट के फैसले को नहीं मानती है। वह जो चाहती है वही अपना मन का करती है। किसानों ने कहा कि जबतक तीनों कृषि कानूनों का वापसी नहीं हो जाती, तब तक वह दिल्ली की सीमाओं को ही घर मानकर यहीं पड़े रहेंगे। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार किसी न्यायालय के फैसले को नहीं मानती। उन्हें पूरा यकीन है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुनाया गया यह फैसला भी ये सरकार नहीं मानेगी। 

किसी के कहने पर बैठे हेमा

कृषि कानून के मसले पर केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच तकरार अभी खत्म नहीं हुई है। सुप्रीम कोर्ट के रास्ते विवाद खत्म होने की उमीद है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी की सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री हेमा मालिनी ने धरने पर बैठे किसानों को लेकर सवाल खड़ा कर दिया है। हेमा मालिनी का कहना है कि जो किसान धरने पर बैठे हैं, उन्हें कानून में समस्या ही नहीं पता है। हेमा मालिनी ने बयान दिया कि धरने पर बैठे किसानों को ये भी नहीं पता है कि उन्हें या चाहिए और कृषि कानूनों के साथ असली दिक्कत या है। इससे ये साफ होता है कि उन्हें किसी ने कहा और वो लोग धरने पर बैठ गए हैं।